कोलकाता। पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार ने विधानसभा चुनाव के पहले मंगलवार को दुआरे-दुआरे सरकार योजना की शुरुआत की। इस योजना के माध्यम से पूरे राज्य में 20 हजार शिविर लगाए जाएंगे, जिसके माध्यम से राज्य की कल्याणकारी योजनाओं को जनता पर पहुंचाने का वादा किया गया है, लेकिन भाजपा ने “द्वारे सरकार” पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यह “द्वारे सरकार” नहीं, वरन “दुआरे भ्रष्टाचार”, “दुआरे सिंडिकेटराज” और “दुआरे राजनीतिक हत्या” की सरकार है।
भाजपा के महासचिव व प्रदेश भाजपा के केंद्रीय प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि दुआरे दुआरे सरकार यह सरकारी कार्यक्रम नहीं है। यह एक राजनीतिक कार्यक्रम है। शिक्षक को घर-घर भेजा जा रहा है। जिस शिक्षक का शोषण ममता सरकार ने सबसे ज्यादा किया गया है। देश के अंदर बंगाल ऐसा प्रदेश है, जहां शिक्षकों का पे-स्केल सबसे कम है। शिक्षकों को घर-घर भेजकर व्यक्गित लाभ योजना, जो केंद्र सरकार चला रही है, जैसे निःशुल्क अनाज, उज्जवला गैस योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना आदि की ममता जी बंगाल की योजना बताकर प्रचार कर रही हैं। वास्तव में, पैसा मोदी जी का और प्रचार अपना।
उन्होंने कहा कि चुनाव के पहले इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। लोग ममता जी को भी पहचानते हैं और मोदी जी को भी पहचानते हैं। यह दुआरे सरकार नहीं, वरन “दुआरे सिंटिकेडराज”, “दुआरे भ्रष्टाचार” और “दुआरे हिंसा” की सरकार है।
कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि बंगाल की सीएम एक महिला हैं, लेकिन बंगाल में महिलाओं की स्थिति सबसे बदतर है। सबसे ज्यादा महिलाओं के साथ दुष्कर्म यदि किसी प्रदेश में हो रहे हैं, तो वह पश्चिम बंगाल में हो रहे हैं। ममता जी यह जवाब दें कि नेशनल क्राइम रिपोर्ट को पिछले दो वर्षों से रिपोर्ट क्यों नहीं भेजी। इसलिए कि सबसे ज्यादा महिलाओं के साथ छेड़छाड़ व बलात्कार किसी प्रदेश में हो रहे हैं, तो वह पश्चिम बंगाल में हो रहे हैं। बंगाल में 25 फीसदी मामले थाने में दर्ज ही नहीं किए जाते हैं। महिला मुख्यमंत्री होने के बावजूद महिलाएं बंगाल में सबसे ज्यादा असुरक्षित हैं, तो ममता जी इसमें शर्म आनी चाहिए।
