पीएम नरेंद्र मोदी ने विश्व भारती विश्वविद्यालय के शताब्दी समारोह में रविंद्र नाथ टैगोर का संबंध सिर्फ गुजरात के साथ बताया, तो पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ टीएमसी बिफर गई है।
तृणमूल ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि टैगोर विश्वकवि हैं, उन्हें एक विशेष प्रदेश से नहीं बांधा जा सकता है। ब्रात्य बसु ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, “पीएम नरेंद्र मोदी ने ज्ञानंदनी देवी का संपर्क गुजराती महिलाओं के साथ बताया, लेकिन उन्होंने पारसी महिलाओं के साथ उनका जिक्र नहीं किया, क्योंकि वह पारसी का नाम नहीं ले सकते। कवि गुरु रविंद्रनाथ टैगोर विश्व गुरु हैं। केवल गुजरात के साथ क्यों उन्हें जोड़ा जा रहा है? क्या यह बंगाल और गुरुदेव को छोटा करने की कोशिश नहीं है? वह बार-बार क्यों गुजरात का नाम ले रहे थे ?”
बता दें कि सीएम ममता बनर्जी बीजेपी नेताओं के बंगाल आने पर बार-बार कह रही हैं कि वह बंगाल को गुजरात बनने नहीं देंगी।
