TMC ने केंद्र सरकार से नेताजी से संबंधित फाइलों को सार्वजनिक करने की मांग की

बंगाल

नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती के अवसर पर बंगाल की सियासत गरमा गई है। टीएमसी ने केंद्र सरकार पर नेताजी से संबंधित फाइलों को दबाने का आरोप लगाया है। इसके साथ ही नेताजी से संबंधित फाइलों और रक्षा मंत्रालय द्वारा प्रकाशित पुस्तक “A History of Indian National Army 1942-45” को सार्वजनिक करने की मांग की है।

 

TMC MP सुखेंदु शेखर रे ने इस बाबत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। पत्र की प्रतिलिप रक्षा मंत्रालय को भेजी है। सुखेंदु शेखर रे ने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार ने नेताजी से संबंधित सभी फाइलों को सार्वजनिक कर दिया है, लेकिन अभी केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों, आइबी सहित विभिन्न एजेंसियों के पास ऐसी फाइलें हैं, जिन्हें सार्वजनिक नहीं किया गया है।

 

उन्होंने कहा कि साल 2016 में पीएम को पत्र लिखा था और मांग की थी कि रक्षा मंत्रालय के इतिहास प्रकोष्ठ की ओर से प्रकाशित पुस्तक “A History of Indian National Army 1942-45” को सार्वजनिक किया जाए, लेकिन तात्कालीन कांग्रेस की सरकार ने सार्वजनिक नहीं किया था।

 

 

अब बीजेपी की सरकार ने भी सार्वजनिक नहीं किया है। इस बाबत दिल्ली हाईकोर्ट में मामला किया गया था।हाईकोर्ट के डिवीजन बेंच में मामला विचाराधीन है।उन्होंने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने आजाद हिंद फौज का गठन किया था। 26000 आजाद हिंद सेनानी देश के लिए प्राण दिए थे।

 

उन्होंने विदेश विभाग की ओर जारी ऑफिस नोट का हवाला देते हुए कहा कि इस पुस्तक के सार्वजनिक किए जाने पर विदेश विभाग को कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन पुस्तक के पेज 186 से 191 पेज विवादित करार दिया गया था। संभव है कि इससे यह पता चल जाए कि नेताजी की मौत विमान दुर्घटना में नहीं हुई थी। वह बच गए थे।

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