कोलकाता। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को पर्यावरण के लिहाज से कोलकाता को एक कदम और आगे ले जाते हुए इलेक्ट्रिक से चलने वाली 20 अत्याधुनिक बसों को हरी झंडी दिखाई। राज्य सचिवालय नवान्न में बुधवार शाम हुए एक कार्यक्रम के तहत गुलाबी रंग की टैक्सी सेवा भी शुरू की गई। इन टैक्सियों को महिलाएं चलाएंगी। इस मौके पर ममता बनर्जी ने दावा किया कि उनकी सरकार देश की पहली ऐसी सरकार है जिसने पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए इलेक्ट्रिक बसें शुरू करने का निर्णय किया है। इन बसों का किराया सामान्य बसों के समान होगा।
फिलहाल, ये बसें शहर के तीन मार्गों हवाई अड्डे से जोका, श्यामबाजार से नवान्न और टॉलीगंज से विधाननगर तक चलेंगी। जल्द ही अन्य नए रूटों पर भी सेवा शुरू की जाएगी। साथ ही कार्बन उत्सर्जित करने वाली गाड़ियों की जगह इन इलेक्ट्रिक बसों को शुरू करने से महानगर में पर्यावरण को भी संरक्षण प्राप्त होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोलकाता की सड़कों पर 80 इलेक्ट्रिक बसें चलेंगी, जिनमें से 20 को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर उतारा गया है। बाकी 60 गाड़ियां भी धीरे-धीरे महानगर की सड़कों पर उतरेंगी। साथ ही 20 सीएनजी चालित बसें भी सड़कों पर उतरेंगी। उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रिक और सीएनजी चालित दोनों बसें प्रदूषण मुक्त और पर्यावरण के अनुकूल हैं। ई-बसें और सीएनजी बसें दक्षिण बंगाल राज्य परिवहन निगम (एसबीएसटीसी) के तहत चलेंगी।
पिंक कैब सर्विसेज नाम से विशेष टैक्सी सेवा
मुख्यमंत्री ने पिंक कैब सर्विसेज नाम से महिलाओं द्वारा संचालित विशेष टैक्सी सेवा भी शुरू की है। उन्होंने कहा कि यह राज्य में महिला सशक्तिकरण का एक और मानक है। इन्हें गतिधारा योजना के माध्यम से खरीदा जा सकता है। इसके अलावा ममता ने पुनर्निर्मित जादवपुर 08बी बस स्टैंड का भी उद्घाटन किया।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि मैं गुलाबी टैक्सियों की सभी महिला ड्राइवरों को बधाई देती हूं। चालक स्वयं इन वाहनों के मालिक होंगे। निकट भविष्य में गुलाबी टैक्सियों की संख्या बढ़ाकर एक हजार कर दी जाएगी। यह कोलकाता के लिए एक नया उपहार है। पहले ही 50 चार्जिंग केंद्र स्थापित किए जा चुके हैं, जिनका उपयोग निजी वाहन मालिक भी कर सकते हैं।
ममता ने कहा कि कोलकाता में बस स्टैंडों को भी जादवपुर 08बी बस स्टैंड की तरह पुनर्निर्मित किया जा रहा है। ट्रैफिक जाम से छुटकारा दिलाने और यात्रियों के लिए असुविधा को कम करने के लिए नवीकरण किया गया है। जोका, बाली हाल्ट और नैहटी बस स्टैंड को भी नवनिर्मित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम बेरोजगार को रोजगार बढ़ाने के लिए गातिधारा और जलधारा योजनाओं के तहत वित्तीय सहायता प्रदान कर रहे हैं। अब तक 36 हजार बेरोजगारों को सब्सिडी दी गई है।
