पंजाब में प्रतिबंधित आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के चलाए जा रहे एक टेरर मॉड्यूल को पकड़ा गया है और 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। ये लोग अलग खालिस्तान बनाने के रेफरेंडम 20-20 का प्रचार करने के लिए मेटेरियल तैयार करने में लगे हुए थे। पंजाब के खन्ना से 3 लोगों की गिरफ्तारी हुई है और भारी मात्रा में प्रचार मेटेरियल और प्रिंटिंग मशीनें बरामद की गई है।
खन्ना से ‘जनमत संग्रह 2020’ के संबंध में बढ़ावा देने वाले पर्चों के साथ 3 लोगों की गिरफ्तारी हुई है।गुरपतवंत पन्नू समेत पांच अन्य पर भी मामला दर्ज किया गया है।
जांच में ये हुआ खुलासा
शुरूआती जांच के दौरान यह पाया गया है कि आरोपी गुरविंदर सिंह को जे एस धालीवाल ने संचालित किए जा रहे यूट्यूब चैनल के जरिए कट्टरपंथी बनाया गया। जिसने उसे आगे गुरपतवंत पन्नू से मिलवाया।
यह भी पता चला है कि आरोपी ने अब तक लगभग 20-25 लोगों को सिख रेफरेंडम 2020 को बढ़ावा देने के लिए वोट करने के अलावा दोराहा, लुधियाना के आसपास के क्षेत्रों में विभिन्न समूहों के लिए पर्चे बांटने और पन्नू के कहने पर पैसे उपलब्ध कराने के लिए रजिस्टर किया है।
भारत विरोधी नारे लगाए
पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि आरोपी गुरविंदर ने दिल्ली में सिंघू बॉर्डर तक विभिन्न स्थानों पर पुलों के नीचे और साइनबोर्ड पर सिख रेफरेंडम 2020 गतिविधियों (अंग्रेजी और पंजाबी में) को बढ़ावा देने के लिए दीवार पर चित्र भी बनाए हैं।
15 अगस्त की रात उन्होंने पेंट के साथ विभिन्न स्थानों पर प्रो सिख रेफरेंडम 2020 लिखा और भारत विरोधी नारे लगाए। प्रवक्ता ने कहा कि अलगाववादी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए आरोपी ने पन्नू से भारी वित्तीय सहायता प्राप्त की थी।
