केन्द्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा ने आज देशव्यापी हड़ताल का ऐलान किया है। आज 27 सितंबर को किसान आंदोलन के 10 महीने पूरे हो रहे हैं, जिसकी वजह से संयुक्त किसान मोर्चा इस दिन देशव्यापी हड़ताल कर रहा है। इस बीच किसानों ने उत्तर प्रदेश को दिल्ली से जोड़ने वाले यूपी-गाजीपुर बॉर्डर पर नेशनल हाईवे-9 और नेशनल हाईवे-24 को जाम कर दिया है। यही नहीं, किसानों ने दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर भी कब्जा कर लिया है।
इस हड़ताल में 40 से अधिक कृषि संगठन, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और एलडीएफ जैसे कई राजनीतिक दल भी शामिल हैं। इस दौरान पूरे देश में जरूरी सेवाओं को छोड़कर सभी तरह की गतिविधियां बंद रहेंगी।
भारत बंद के दौरान दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर किसान बैठे हैं, बिहार के वैशाली जिले के भगवानपुर में राजद कार्यकर्ताओं ने भारत बंद के समर्थन में एनएच 22 को जाम किया। दिल्ली-अमृतसर नेशनल हाईवे पर हरियाणा के शाहाबाद पर किसानों के प्रदर्शन के कारण रोका गया ट्रैफिक। भारत बंद के कारण दिल्ली के शंभू बॉर्डर पर रोका गया ट्रैफिक। किसानों के विरोध के कारण उत्तर प्रदेश से गाजीपुर की ओर आने वाला रास्ता यातायात के लिए बंद कर दिया गया है।
चरखी दादरी के फतेहगढ़ में किसानों ने रेलवे ट्रैक रोक दिया। जिले में 15 जगहों पर सड़क मार्ग जाम किए गए। राष्ट्रीय राजमार्ग 334बी के झरोठ टोल पर किसानों ने जाम लगा दिया है। भारत बंद के तहत इस मार्ग को बंद करने का निर्णय लिया गया।
सोनीपत के गन्नौर स्थित भारतीय अंतरराष्ट्रीय बागवानी मार्केट के सामने किसानों ने नेशनल हाईवे 44 को बंद कर दिया है। चंडीगढ़ और दिल्ली जाने वाले रास्ते पर पत्थर लगाए गए हैं। वहीं अंतरराष्ट्रीय बागवानी मार्केट में ही किसानों के लिए लंगर की व्यवस्था भी की गई है।