उत्तर प्रदेश के झांसी में कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी यात्रा के दौरान लगभग 5:15 बजे ‘राष्ट्र रक्षा सम्पर्ण पर्व’ में रक्षा क्षेत्र की कई पहलों का शुभारंभ करेंगे और राष्ट्र को समर्पित करेंगे। ये कार्यक्रम झांसी में 17-19 नवंबर तक ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ समारोह के हिस्से के रूप में आयोजित किया जा रहा है।
रक्षा क्षेत्र में आत्मानिर्भर भारत पर जोर देने के लिए प्रधानमंत्री औपचारिक तौर पर स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित उपकरणों को सशस्त्र बलों के सेवा प्रमुखों को सौंपेंगे। इनमें हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) द्वारा डिजाइन और विकसित लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर (LCH) वायु सेना प्रमुख को सौंपना शामिल है।
थल सेनाध्यक्ष को भारतीय स्टार्टअप की ओर से डिजाइन और विकसित किए गए ड्रोन यानी यूएवी इसे डीआरडीओ ने डिजाइन किया है और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) ने नौसेना के जहाजों के लिए उन्नत इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सूट का निर्माण किया, जिसे नौसेनाध्यक्ष को सौंपना है।
400 करोड़ की परियोजना की आधारशिला रखेंगे पीएम
पीएम नरेंद्र मोदी एंटी टैंक गाइडेड मिसाइलों के लिए प्रणोदन प्रणाली बनाने के लिए यूपी डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के झांसी नोड पर 400 करोड़ रुपये की परियोजना की आधारशिला भी रखेंगे।
झांसी में अपने दौरे के दौरान पीएम मोदी भारत डायनेमिक्स लिमिटेड द्वारा विकसित एंटी टैंक गाइडेड मिसाइलों की आधारशिला भी रखने वाले हैं। यह टैंक रोधी निर्देशित मिसाइलों के प्रणोदन की पहली परियोजना भी है।
इस परियोजना की लागत करीब 400 करोड़ रुपये की है. यही नहीं सेना को सौंपे जाने वाले ड्रोन को भारतीय स्टार्ट-अप कंपनियों द्वारा डिजाइन और विकसित किया गया है।