ऐतिहासिक इंडिया गेट पर 50 सालों से जल रही ‘अमर जवान ज्योति’ की लौ को आज 3:30 बजे पास में ही स्थित नैशनल वॉर मेमोरियल ले जाया जाएगा जहां की ज्योति संग इसका विलय होगा।
25 फरवरी 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नैशनल वॉर मेमोरियल का उद्घाटन किया था। यहां 25,942 सैनिकों के नाम स्वर्ण अक्षरों में लिखे गए हैं।
3 दिसंबर से 16 दिसंबर, 1971 तक भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध चला। भारत की निर्णायक जीत हुई और बांग्लादेश अस्तित्व में आया। इस पूरे अभियान के दौरान, भारत के कई वीर जवानों ने प्राणों का बलिदान किया।
जब 1971 युद्ध खत्म हुआ तो 3,843 शहीदों की याद में एक अमर ज्योति जलाने का फैसला हुआ। जगह चुनी गई इंडिया गेट। तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 26 जनवरी 1972 को अमर जवान ज्योति का उद्घाटन किया।
इसका विरोध करते हुए राहुल गांधी ने ट्वीट किया है।
राहुल गांधी ने किया ट्वीट –
बहुत दुख की बात है कि हमारे वीर जवानों के लिए जो अमर ज्योति जलती थी, उसे आज बुझा दिया जाएगा।
कुछ लोग देशप्रेम व बलिदान नहीं समझ सकते- कोई बात नहीं…
हम अपने सैनिकों के लिए अमर जवान ज्योति एक बार फिर जलाएँगे!