रामपुरहाट में आठ लोगों की मौत पर राज्यपाल और सीएम ममता बनर्जी आमने-सामने हैं। जहां एक ओर राज्यपाल ने इस घटना पर बयान जारी करते हुए कहा कि बंगाल हिंसा और अराजकता की संस्कृति की चपेट में है। वहीं इसके कुछ घंटे बाद ही ममता बनर्जी ने खत में कहा कि राज्यपाल ऐसे बयान ना दें जिससे दूसरे दलों को सरकार को धमकाने के लिए समर्थन मिले।
दरअसल पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने रामपुरहाट में आठ लोगों को जिंदा जलाए जाने की घटना पर चिंता जताई है। इस घटना को भयावह करार देते हुए गवर्नर ने कहा, ‘इस बर्बर घटना से मुझे गहरा आघात और दुख पहुंचा है। कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है। हम राज्य में हिंसा और अराजकता की संस्कृति की इजाजत नहीं दे सकते। मैंने मुख्य सचिव से भी इस मामले पर बात की है।’
मुख्यमंत्री ने बयान को बताया अशोभनीय
इस बीच राज्य के हिंसा और अराजकत की संस्कृति की गिरफ्त में होने का बयान देने के कुछ घंटे बाद ही सीएम ममता बनर्जी ने उनसे अनुचित बयान देने से बचने का आग्रह किया। धनखड़ को लिखे पत्र में मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी टिप्पणियां अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण हैं और ऐसे प्रतिष्ठित संवैधानिक पद पर आसीन व्यक्ति के लिए अशोभनीय है।