रामपुराहाट की घटना पर मुख्यमंत्री और राज्यपाल के बीच तकरार शुरू हो गई है। कल जहाँ राज्यपाल ने इसपर अपनी प्रतिक्रिया दी तो वही मुख्यमंत्री ने पत्र लिखकर राज्यपाल के बयान को अशोभनीय बताया था।
अब राज्यपाल ने फिर जवाब में मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिखी है उन्होंने उसमें लिखा कि हमेशा की तरह आपने भीषण नरसंहार पर मेरी संयमित प्रतिक्रिया पर आरोप लगाया है। जहाँ हाल मे रामपुरहाट में कथित तौर पर संजू शेख के पूरे परिवार – छह महिलाओं और दो बच्चों को बोगटोई गांव में जिंदा जला दिया गया था।
रिपोर्ट के अनुसार हताहतों की संख्या अधिक बताई जा रही है। इस चौंकाने वाले नरसंहार की तुलना राज्य में कुछ साल पहले हुई घटनाओं से उचित रूप से की जा सकती है जब आप विपक्ष में थे।
भटकाव की रणनीति अपनाते हुए आपने मेरी प्रतिक्रिया को “व्यापक और अनावश्यक बयान” के रूप में दिखाया है। इस तरह की भयावहता के सामने मैं राजभवन में मूक दर्शक नही बन सकता हूं। यह मेरे संवैधानिक कर्तव्यों का अक्षम्य परित्याग होगा।