अखंड भारत का एजेंडा आरएसएस के लिए हमेशा सर्वोपरि रहा है। इस बार संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने इसे लेकर बड़ा बयान दिया है। आरएसआर प्रमुख मोहन भागवत ने कहा है कि 15 सालों में भारत के एक अखंड राष्ट्र बनेगा। उत्तराखंड के हरिद्वार में मोहन भागवत ने कहा कि सनातन धर्म ही हिंदू राष्ट्र है। 15 सालों में भारत फिर से अखंड भारत बनेगा और यब सब हम अपनी आंखों से देखेंगे।
हमारे मन में कोई द्वेष, शत्रुता भाव नहीं है – मोहन भागवत
मोहन भागवत ने कहा, ”हम अहिंसा की ही बात कहेंगे लेकिन ये बात हाथों में डंडा लेकर नहीं कहेंगे। हमारे मन में कोई द्वेष, शत्रुता भाव नहीं है लेकिन दुनिया शक्ति को ही मानती है तो हम क्या करें। जो भी तथाकथित लोग सनातन धर्म का विरोध करते हैं, उनका भी उसमें सहयोग है, अगर वह विरोध न करते तो हिंदू जागता नहीं क्योंकि वह तो सोता रहता है।”
संतों के आशीर्वाद से भारत फिर से अखंड भारत जल्द बनेगा
आरएसएस प्रमुख ने कहा, जिस प्रकार भगवान कृष्ण की उंगली से गोवर्धन पर्वत उठ गया था, उसी तरह संतों के आशीर्वाद से भारत फिर से अखंड भारत जल्द बनेगा। इसे कोई रोकने वाला नहीं है, लेकिन आमजन थोड़ा सा प्रयास करेंगे। तो स्वामी विवेकानंद महर्षि अरविंद के सपनों का अखंड भारत 10 से 15 साल में ही बन जाएगा।
कोई अखंड हिंदुस्तान की बात करता है तो उन्हें सबसे पहले PoK को भारत से जोड़ना पड़ेगा – संजय राउत
शिवसेना सांसद संजय राउत ने संघ प्रमुख मोहन भागवत के 15 साल में अखंड भारत बनाने वाले बयान पर प्रतिक्रिया दी है। संजय राउत ने कहा, कोई अखंड हिंदुस्तान की बात करता है तो उन्हें सबसे पहले PoK को भारत से जोड़ना पड़ेगा फिर जो पाकिस्तान का विभाजन हुआ था उसे भी भारत से जोड़ना पड़ेगा. संजय राउत ने कहा, आप अखंड भारत बना लीजिए, लेकिन 15 साल का नहीं 15 दिन का, 2 साल का वादा कीजिए और अखंड हिंदुस्तान बनाइए। अखंड हिंदुस्तान का सपना कौन नहीं देखता है, वीर सावरकर, बाला साहेब ठाकरे का ये सपना था। उन्होंने कहा, आप अगर अखंड भारत बनाने की बात करते हैं, तो सबसे पहले आप वीर सावरकर को भारत रत्न दीजिए।
