राष्ट्रपति चुनाव की तारीख का एलान होने के बाद ही कांग्रेस ने सबको एकजूट करने की कोशिश जारी कर दी है। कांग्रेस इस बार फिर राष्ट्रपति चुनाव में संयुक्त विपक्ष का चेहरा उतारने की पक्षधर है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मल्लिकार्जुन खड़गे को शरद पवार से बात करने की जिम्मेदारी सौंपी है।
कांग्रेस ने पिछले चुनाव में भी रामनाथ कोविंद के खिलाफ मीरा कुमार को उम्मीदवार बनाया था। उस समय भी कांग्रेस को पता था कि उनके पास पर्याप्त संख्या नहीं है। इस बार सीमित संख्या है ऐसे में इस बार भी अपने साथ सहयोगी दलों को शामिल करके ही कोई फैसला लेना चाहती है।
वही माना जा रहा है कि भाजपा द्वारा मुस्लिम देशों को भारत के खिलाफ एकजुट करने की कोशिशों की काट के लिए सर्वोच्च पद के लिए इसी वर्ग से जुड़ी किसी शख्सियत को उम्मीदवार बनाया जा सकता है। एक संभावना यह भी जताई जा रही है कि इस पद के लिए पहली बार अनुसूचित जनजाति के किसी व्यक्ति का नाम सामने आ सकता है। कयास इसके भी लगाए जा रहें हैं राष्ट्रपति पद के लिए महिला उम्मीदवार भी हो सकती है।