कोलकाता में ईस्ट-वेस्ट मेट्रो के लिए भूमिगत सुरंग के निर्माण कार्य के कारण बऊबाजार इलाके में फिर लोगों के मन में दहशत देखने को मिली। 14 अक्टूबर को लगभग 10-12 घरों में दरार पड़ गई जिस कारण इलाके के लोग भयभीत होकर घरों से निकल गए।
2019 में ईस्ट वेस्ट मेट्रो रेल का काम शुरू होने के बाद से ही बऊबाजार में तनाव शुरू हो गया। एक के बाद एक कई घरों में दरारे आनी शुरू हो गई। 2019 में कुछ घर तो ढह ही गए थे। उस समय 600 से अधिक लोगों को सकुशल इलाके से बाहर निकाला गया था। यहां तक कि इस साल मई में दुर्गापिटुरी लेन, मदन दत्ता लेन में कई घरों को नुकसान पहुंचा था। इस दौरान कई लोगों को अस्थाई तौर पर होटलों में शिफ्ट किया गया था और अब फिर दरार दिखने से लोग आतंकित है।
KMRCL की ओर से जारी बयान में बताया गया है कि इस बार कुल 10 घर प्रभावित हुए हैं। 100 वर्ग फीट तक के क्षतिग्रस्त के लिए एक लाख रुपये और 100 वर्ग फीट से अधिक क्षतिग्रस्त के लिए 5 लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है। बयान में कहा गया है कि यदि क्षति और अधिक पाई गयी तो मुआवजा और भी बढ़ाया जाएगा। कहा गया है 15 दिनों के अंदर मुआवजा की राशि दे दी जाएगी।
वहां रहने वालों का कहना है कि बार बार ऐसी घटना से डर का माहौल हो गया है। लोगों का कहना है कि कब क्या हो जाए नहीं पता, लाइफलाइन कही जाने वाली मेट्रो के निर्माण कार्य ने ही स्थानीय लोगों की लाइफ को रिस्क में डाल दिया है।