कोलकाता। सब्यसाची दत्त बनाम तृणमूल की लड़ाई ने नया मोड़ ले लिया है। नगर निगम के छह नंबर वार्ड के पार्षद सुभाष बसु ने अपनी पत्नी शर्मिष्ठा बसु के साथ मिलकर मेयर सब्यसाची दत्त को नोटिस भेजा है। इसमें कहा गया है कि अगर 72 घंटे के अंदर सब्यसाची अपने बयान को वापस नहीं लेते हैं और बिना शर्त माफी नहीं मांगते हैं तो उनके खिलाफ मानहानि का केस करेंगे।
दरअसल पिछले महीने सब्यसाची ने सुभाष बसु पर कई तरह के आरोप लगाए थे। उन्होंने ने कहा था कि सुभाष सबसे भ्रष्ट काउंसिलर हैं। उन्होंने इलाके में प्रमोटिंग को केंद्र कर कई जगहों से रंगदारी वसूली हैं। इसके अलावा सरकारी जमीन के अधिग्रहण और अन्य भ्रष्टाचार का आरोप भी लगाया था। इसे लेकर सोमवार को सुभाष ने कहा कि सब्यसाची के बयान से उनकी मानहानि हुई है। अगर वह माफी नहीं मांगेंगे तो निश्चित तौर पर मानहानि का केस चलेगा।
उन्होंने कहा कि वह किसी तरह के भ्रष्टाचार में लिप्त नहीं हैं। सुभाष ने उल्टे सब्यसाची पर सवाल उठाते हुए कहा कि विधाननगर क्षेत्र में अगर कोई सबसे अधिक भ्रष्ट है तो वह सब्यसाची दत्त हैं। उन्हें किसी दूसरे पर सवाल उठाने का नैतिक अधिकार नहीं है। एक तरफ सब्यसाची के खिलाफ नगर निगम में अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है जिस पर 18 जुलाई को वोटिंग होनी है, वहीं दूसरी तरफ पार्षद द्वारा भेजी गई कानूनी नोटिस ने उनकी मुश्किलों को और अधिक बढ़ा दिया है। खबर है कि इस मामले में सब्यसाची ने अपने अधिवक्ता को नोटिस का जवाब देने को कहा है।