सरस्वती पूजा में ज्ञान और विद्या की देवी मां सरस्वती की पूजा-अराधना करने का विधान है। सरस्वती पूजा के दिन को वसंत पंचमी, मधुमास, ज्ञान पंचमी, श्री पंचमी आदि जैसे नामों से भी जाना जाता है। वसंत पचंमी के दिन विशेष कर छात्र व विद्यार्थी वर्ग के लोग पूजा-पाठ करते हैं क्योंकि वीणा वादिनी देवी सरस्वती बुद्धि, विद्या और ज्ञान की देवी कहलाती है। इसलिए पढ़ाई या परीक्षा की तैयारी कर रहे युवाओं को वसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती की पूजा जरूर करनी चाहिए। ज्योतिष प्रभाकर डॉ राकेश व्यास ने बताया कि माघ शुक्ल की पंचमी तिथि 25 जनवरी को दोपहर 12 बजकर 34 मिनट से आरंभ होगी और पंचमी तिथि का समापन अगले दिन 26 जनवरी सुबह 10 बजकर 28 मिनट पर होगा। ऐसे में उदयातिथि के अनुसार गुरुवार 26 जनवरी को सरस्वती पूजा मनाई जाएगी। पूजा के लिए 26 जनवरी को सुबह 6:18 से 11:49 तक शुभ मुहूर्त है।
