Nagaland Vote – 19 अप्रैल को लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण में 21 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की 102 सीटों के लिए मतदान हुआ। इनमें नागालैंड की 1 सीट भी शामिल थी।
Nagaland Vote
लेकिन नगालैंड के छह पूर्वी जिलों में एक भी वोट नही पड़ा। मतदानकर्मी बूथों पर नौ घंटे इंतजार करते रहे, लेकिन इस क्षेत्र के चार लाख मतदाताओं में से एक भी मतदान करने नहीं आया।
यहां तक कि 20 विधानसभा क्षेत्रों के विधायक भी वोट देने नहीं पहुंचे। पूर्वी नगालैंड के छह जिलों में 738 से अधिक मतदान केंद्र बनाए गए थे।
नगालैंड की एकमात्र लोकसभा सीट के लिए 57 फीसदी वोटिंग हुई। 2019 के लोकसभा चुनाव में ये 83 फीसदी थी। वोटिंग में करीब 26 प्रतिशत की बड़ी गिरावट देखी गई।
आखिर इन छह जिलों में मतदान क्यों नहीं हुआ? ईस्टर्न नगालैंड पीपुल्स आर्गनाइजेशन (ENPO) ने फ्रंटियर नगालैंड टेरिटरी (FNT) की मांग पर दबाव बनाने के लिए लोकसभा चुनाव शुरू होने से कुछ घंटे पहले राज्य के पूर्वी हिस्से में शाम 6 बजे से अनिश्चितकालीन पूर्ण बंद लगा दिया।
संगठन ने यह भी आगाह किया कि यदि कोई व्यक्ति मतदान करने जाता है और कोई कानून-व्यवस्था की स्थिति उत्पन्न होती है, तो इसकी जिम्मेदारी संबंधित मतदाता की होगी।
इसी वजह से चार लाख मतदाताओं में से एक भी मतदान के लिए घर से बाहर नहीं निकला। चुनाव अधिकारियों ने कहा कि ईस्टर्न नागालैंड पीपुल्स आर्गनाइजेशन ने विभिन्न नागा समूहों के लोगों से मतदान से दूर रहने का आह्वान किया था।
सुबह सात बजे से शाम चार बजे तक बूथों पर मौजूद रहे. सीईओ कार्यालय के सूत्रों ने कहा कि उन नौ घंटों में कोई भी वोट डालने नहीं आया।
Nagaland Vote – नगालैंड के पूर्वी भाग में बसे 6 जिलों- मोन, तुएनसांग, लॉन्गलेंग, किफिरे, नोकलाक और शामतोर- में लगभग 4 लाख वोटर हैं।