PM Modi के अंबानी अडानी के बयान पर बयानबाजी शुरू हो गई है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘वक्त बदल रहा है. दोस्त दोस्त ना रहा…
PM Modi
उन्होंने आगे लिखा – तीन चरणों के चुनाव पूरे हो जाने के बाद आज प्रधानमंत्री जी अपने मित्रों पर ही हमलावर हो गए हैं। इसे पता चल रहा है कि मोदी जी की कुर्सी डगमगा रही है। यही परिणाम के असली रुझान हैं।
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने ट्वीट करते हुए लिखा, जिस व्यक्ति ने अपनी पार्टी के लिए 8,200 करोड़ रुपए का चंदा इकट्ठा किया। इतना भयंकर घोटाला किया कि सुप्रीम कोर्ट ने भी उसे असंवैधानिक घोषित किया – वो आज दूसरों पर आरोप लगा रहा है।
उन्होंने लिखा – याद रखें कि अपने “चार रास्ते” द्वारा प्रधानमंत्री ने अपनी पार्टी के निजी स्वार्थ और सत्ता-लोभ के लिए 4 लाख करोड़ रुपए का ठेका और लाइसेंस दिया था।
अगर आज भारत में ऐसी स्थिति है कि 21 अरबपतियों के पास इतना धन है जितना कि 70 करोड़ भारतीयों के पास है, तो यह प्रधानमंत्री के नियत और नीति का ही परिणाम है।
जाहिर सी बात है कि इस 21 में “हमारे दो” की बहुत ही अहम भूमिका है। 28 जनवरी 2023 से कांग्रेस ने बार-बार मोदानी घोटाले की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (JPC) का गठन करने की मांग की है।
उन्होंने आगे लिखा – चुनाव प्रचार शुरू होने के बाद भी हमने इस मांग को दोहराया है। 23 अप्रैल 2024 और सिर्फ पांच दिन पहले 3 मई 2024 को भी हमने इसे दोहराया है।
3 अप्रैल 2024 से राहुल गांधी ने अपने भाषणों में 103 बार अडानी और 30 से अधिक बार अंबानी का जिक्र किया है। मोदानी घोटाला कम से कम 2 लाख करोड़ रुपए का है।
4 जून 2024 को इंडिया गठबंधन के सत्ता में आने के बाद JPC अवश्य गठित होगी। हार का अनुमान हो चुका है, प्रधानमंत्री अब अपनी ही परछाई से भी डर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि PM Modi ने आज ही कहा था कि राहुल गांधी अंबानी अडानी की माला जपते थे लेकिन अब चुप है कितना माल लिया है।