Jagannath Snana Yatra – आज जगन्नाथ देव की स्नान यात्रा उत्सव है। 108 घड़ों के जल में पंचामृत मिलाकर जगन्नाथ देव, बलभद्र और सुभद्रा का अभिषेक पर्व किया जाएगा।
Jagannath Snana Yatra
उसके बाद जगन्नाथ देव 15 दिनों के लिए एकांतवास में चले जाएंगे। ज्वर से ग्रसित नीलमाधव स्वस्थ होकर रथ यात्रा के दिन पुनः प्रकट होंगे।
उससे पहले वे आज स्नान यात्रा के समापन पर अंतिम बार भक्तों के बीच नजर आएंगे। भगवान की शाही स्नान यात्रा के लिए दीघा स्थित जगन्नाथ मंदिर में मंडप बनाया गया है।
जहां विशेष आवभगत के साथ जगन्नाथ, बलराम और सुभद्रा की स्नान यात्रा का दर्शन होगा। उसके बाद 26 जून को रथ यात्रा के दिन मंदिर के पट खुलेंगे। कोलकाता के इस्कॉन की स्नान यात्रा बुधवार को दोपहर 3:30 बजे है।