West Bengal Assembly – पश्चिम बंगाल विधानसभा में गुरुवार को बंगाली भाषा के अपमान और बंगालियों के उत्पीड़न के खिलाफ चर्चा हुई।
West Bengal Assembly
राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी सत्र में मौजूद है। उनके भाषण शुरू होते ही भाजपा ने नारेबाजी शुरू कर दी।
भाजपा विधायक शंकर घोष, अग्निमित्रा पॉल को निलंबित कर दिया गया। शंकर घोष को मार्शलों द्वारा हटाने का आदेश दिया गया।
भाजपा विधायकों ने शंकर घोष को घेर लिया। भाजपा विधायकों ने नारे लगाकर मार्शलों को रोकने की कोशिश की। उन्हें घसीटकर बाहर निकाला गया।
भाजपा विधायक नारे लगा रहे हैं कि विपक्ष के नेता को क्यों निलंबित किया गया? भाजपा जवाब की मांग को लेकर नारे लगा रही है।
सीएम ममता बनर्जी ने कहा, “मैंने अपना समय कम किया और उन्हें बोलने दिया। वे बंगाली भाषा पर चर्चा नहीं चाहते हैं।”
West Bengal Assembly – सीएम ममता ने कहा, “मैंने अपने विधायकों से शांत रहने को कहा। शांति बनाए रखना दोनों दलों की ज़िम्मेदारी है। वे गद्दा चोर हैं। वोट चोर हैं। बंगाली विरोधी दल है।
सीएम ने भाजपा को देश का कलंक बताया। उन्होंने कहा कि बंगाल के लोग उनमें से किसी को भी विधानसभा में नहीं देखना चाहेंगे।
सीएम ने कहा यह रवींद्रनाथ, नज़रुल का बंगाल है। बंगाल ने आज़ादी के लिए अपनी जान दे दी। अब आपको बताने की ज़रूरत नहीं है।
भाजपा विधायकों के चोर नारे के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा मोदी सरकार की ओर जरूरत नही है। बीजेपी चोर, वोट चोर।
सीएम ममता ने कहा, “मैं सभी चोरों के बारे में जानती हूँ। मैंने इनसे असभ्य और बेशर्म पार्टी कभी नहीं देखी। जब वे बोलेंगे, तो मैं किसी को बोलने नहीं दूँगी। मैं यह कह रही हूँ।”
तृणमूल विधायकों ने भी नारेबाजी शुरू कर दी। भाजपा विधायक चोर के नारे लगा रहे हैं। अध्यक्ष ने दोनों पक्षों से बैठने का अनुरोध किया।
जब तृणमूल विधायक वेल में आ गए, तो मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपनी सीट छोड़ दी और उन्हें उनकी सीटों पर भेज दिया।