कोलकाता। पश्चिम बंगाल सरकार एक ओर जहां सार्वजनिक जगहों पर थूकने वालों के खिलाफ ठोस दंडात्मक कार्रवाई के लिए मौजूदा कानूनों में संशोधन और उसे लागू करने के लिए कमेटी का गठन कर चुकी है। तो दूसरी ओर रेल प्रबंधन भी विभिन्न स्टेशनों में इसी तरह से गंदगी फैलाने वालों के खिलाफ कमर कस कर तैयार हो चुका है। पूर्व रेलवे और दक्षिण पूर्व रेलवे तो स्टेशनों पर थूकने वालों से 100 रुपये और गुटखा या पान की पीक थूकने वालों से 500 रुपये जुर्माना वसूल ही रहा है, अब मेट्रो रेल प्रबंधन ने भी ऐसा करने वालों के खिलाफ एक महीने तक अभियान चलाने की घोषणा की है।
मेट्रो रेलवे की मुख्य जनसंपर्क अधिकारी इंद्रानी बनर्जी ने बुधवार को इस बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आगामी 21 दिसम्बर तक दमदम से लेकर नोआपाड़ा तक प्रत्येक स्टेशन पर विशेष निगरानी अभियान चलाया जाएगा। इसके जरिए स्टेशनों पर या मेट्रो रेल परिसर में रखे गए डस्टबिन से बाहर या आसपास थूकने वालों को विशेष तौर पर पकड़ा जाएगा और उनके खिलाफ मौजूदा प्रावधानों के अनुसार कार्रवाई होगी। ऐसे लोगों से जुर्माना तो वसूला जाएगा, जरूरत पड़ने पर दंडात्मक कार्रवाई भी की जा सकती है। उन्होंने बताया कि दमदम से लेकर शोभाबाजार, एमजी रोड, सेंट्रल, चांदनी, एसप्लानेड और नेताजी भवन मेट्रो स्टेशनों पर विशेष तौर पर अभियान चलाया जाएगा।
टॉलीगंज मेट्रो रेल परिसर में बहुत अधिक गंदगी फैलाने का मामला प्रकाश में आता है। यहां भी अतिरिक्त संख्या में निगरानी टीम की नियुक्ति होगी। ऐसा नहीं है कि केवल मेट्रो स्टेशन के अंदर ही बल्कि बाहर भी मेट्रो रेल परिसर में कोई किसी तरह से गंदगी फैलाता है तो उन लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई होगी। इसके लिए रेल परिसर में लगाए गए सीसीटीवी कैमरे विशेष तौर पर मददगार साबित होंगे। इसके अलावा अतिरिक्त अधिकारियों की तैनाती की जा रही है जो 21 दिसम्बर तक इस अभियान को चलाएंगे।
