वसुंधरा जीतीं, युनुस हारे,गहलोत जीते और डूडी की हुई हार
जयपुर । राजस्थान विधानसभा चुनावों की मतगणना में कांग्रेस लगातार आगे चल रही है। मंगलवार दोपहर ढाई बजे तक आए परिणामों के अनुसार कांग्रेस ने 25 सीटों पर विजय प्राप्त कर ली है। सत्तारूढ़ भाजपा ने 13, बसपा ने दो और अन्य ने पांच सीटों पर कब्जा किया है।
इसके अलावा ताजा रूझानों के अनुसार कांग्रेस करीब 103 सीटों पर और भाजपा 72 सीटों पर आगे चल रही हैं। झालारापाटन से मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, सरदारपुरा से पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और टोंक से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट चुनाव जीत गए हैं।
इसके अलावा कांग्रेस से सांसद रघु शर्मा केकड़ी से, प्रतापसिंह खाचरियावास सिविल लाइंस से, हवामहल से पूर्व सांसद महेश जोशी, कोटा उत्तर से पूर्व मंत्री शांति धारीवाल, झुंझुनू से बृजेन्द्र ओला, बाली से भाजपा के पुष्पेन्द्रसिंह चुनाव जीत गए हैं। वहीं भाजपा के दिग्गज मंत्री राजपाल सिंह शेखावत झोटवाड़ा से, अरुण चतुर्वेदी सिविल लाइंस से, अंजा से प्रभुलाल सैनी, ओटाराम देवासी, युनूस खान टोंक, बाड़मेर से भाजपा सांसद कर्नल सोनाराम चुनाव हार गए हैं। वहीं भाजपा के कद्दावर मंत्री गुलाबचंद कटारिया अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस की डॉ. गिरिजा व्यास से पीछे चल रहे हैं। हालांकि नेता प्रतिपक्ष और दिग्गज कांग्रेसी रामेश्वर डूडी नोखा से चुनाव हार गए हैं। भाजपा के बिहारी लाल ने डूडी को हराया।
रूझानों में नाथद्वारा से कांग्रेस के सीपी जोशी, राजसमंद से भाजपा की किरण माहेश्वरी, खिंवसर से रालोपा के हनुमान बेनीवाल, पोकरण से प्रतापपुरी, मालवीय नगर से भाजपा के कालीचरण सराफ और आदर्श नगर से कांग्रेस के रफीक बढ़त बनाए हुए हैं। भाजपा के दिग्गज नेता रहे घनश्याम तिवाड़ी सांगानेर से काफी पीछे हैं।
बढ़त मिलने के साथ ही कांग्रेस कार्यालय, सचिन पायलट व अशोक गहलोत के आवास पर समर्थकों की भीड़ लगातार बढ़ती जा रही है। समर्थकों में जश्न का माहौल बना हुआ है। चुनाव रूझानों के बाद कांग्रेस खेमे में हलचल तेज हो गई है। कांग्रेस की तरफ से सचिन पायलट और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मुख्यमंत्री उम्मीदवार माने जा रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि राजस्थान में पिछली बार भाजपा को 163 और कांग्रेस को 21 सीटें मिली थीं। भाजपा 1993, 2003 और 2013 में सत्ता में आई। कांग्रेस ने 1998 और 2008 का चुनाव जीता था। रूझानों के अनुसार राज्य में हर पांच साल में सरकार बदलने का 25 साल का सिलसिला बरकरार रहने आसार प्रबल होते जा रहे हैं। राजस्थान की 200 सीटों में से 199 पर 74.08 फीसदी मतदान हुआ था। एक सीट पर चुनाव उम्मीदवार के निधन के कारण स्थगित कर दिया गया है।