तृणमूल महासचिव अभिषेक बनर्जी ने ‘रिमोट वोटिंग’ को लेकर आयोग को पत्र भेजा है। अभिषेक बनर्जी ने लिखा है कि उनकी पार्टी को हाल ही में आयोग द्वारा भेजा गया पत्र मिला है। वहां आयोग ने ‘रिमोट वोटिंग’ को कानूनी मान्यता देने पर उनकी राय मांगी। लेकिन, अभिषेक ने कहा, हालांकि इसमें समग्र मतदान प्रतिशत बढ़ाने की क्षमता है, यह मुद्दा बेहद महत्वपूर्ण और जोखिम भरा है। इसलिए उनकी पार्टी को लगता है कि आयोग को इतनी जल्दी ‘रिमोट वोटिंग’ पर कोई फैसला नहीं लेना चाहिए। अभिषेक ने पत्र में लिखा है, ‘जिस राज्य में एक मतदाता ‘रिमोट वोटिंग’ प्रणाली में मतदान करेगा, वहां सत्ता पक्ष ने पूरी प्रक्रिया में अपना प्रभाव डालने की कोशिश की हो सकती है। उस राज्य में चुनावी मानक आचार संहिता नहीं लगेगी ऐसे में सवाल यह है कि क्या मतदान पारदर्शी होगा या नहीं। अभिषेक की आशंका है कि ईवीएम में हेराफेरी की भी आशंका है। आयोग ने रिमोट वोटिंग सिस्टम (आरवीएम) पर चर्चा के लिए पिछले सोमवार को 8 राष्ट्रीय और 57 राज्य स्तरीय राजनीतिक दलों की बैठक बुलाई थी। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस समेत लगभग ज्यादातर विपक्षी पार्टियों ने इस रिमोट इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन का विरोध किया।
