तिलजला (Tiljala) में बच्ची की मौत के बाद हंगामे की जांच करने पहुंचे राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग (NCPCR) के चेयरमैन प्रियंक कानूनगो (priyank kanoongo) के साथ मारपीट के आरोप में पुलिस अधिकारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया। प्रियंक कानूनगो के साथ पुलिस अधिकारी पर जबरदस्ती करने का आरोप लगा था। आरोप लगाया गया था कि जब वह पीड़ित परिवार से बात करने गये तो उसके साथ दुर्व्यवहार किया गया। आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने खुद ओसी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराइ है। प्रियंक कानूनगो ने आरोप लगाया कि शुक्रवार को जब वह और आयोग की एक अन्य सदस्य सचिव रूपाली बनर्जी मृत बच्चे के परिवार से बात कर रहे थे तो यह एक छिपे हुए कैमरे में रिकॉर्ड किया गया। जब विरोध किया तो कथित तौर पर 7-8 लोगों ने घेर लिया। उन्होंने कहा, “अधिकारी ने खुद उन्हें पीटा।
NCPCR – WBPCR गाजोल (Gazole) में भी आमने सामने
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग और राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग मालदा के गाजोल में आमने सामने हो गए। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के वहां पहुंचने से पहले ही राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग वहां पहुंच गए। राष्ट्रीय बाल संरक्षण अधिकार आयोग के सदस्यों ने उन्हें देखकर रोष जताया। उन्होंने कहा कि आपको 10 दिन पहले यहाँ आना चाहिए था।