सनलाइट, कोलकाता। रविवार शाम फेसबुक के माध्यम से आयोजित ध्यान सत्र में ध्यान के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी गई एवं लाइव प्रसारण के माध्यम से ध्यान का अभ्यास भी कराया गया।
श्री कृष्ण योग ट्रस्ट द्वारा आयोजित इस सत्र में योगाचार्य राजेश व्यास ने बताया कि हमारी संस्कृति अनुपम हैं। श्री कृष्ण प्रतिपादित एवं मनीषियों द्वारा प्रचारित योग के इस अद्भुत अंग की उपयोगिता जितनी उस काल मे थी उससे ज्यादा आज के समय हैं। ध्यान के आध्यात्मिक लाभ की तो बात ही अलग है यदि सिर्फ शारीरिक लाभ की ही बात करे तो तनाव, अवसाद, हृदय रोग सहित समग्र शरीर एवं मन की आरोग्यता को यह सुनिश्चित करता हैं। ध्यान करने से शारीरिक लाभ तो सहज एवं जल्द मिल सकते हैं पर श्रद्धा, विश्वास युक्त पात्रता से दीर्घ काल तक सतत अभ्यास के द्वारा हम स्वयं के अस्तित्व को भी पहचान सकते हैं, स्व – रूप में स्थित हो सकते हैं। यूँ तो हम किसी भी भाव से किसी भी माहौल में यांत्रिक रूप से भी अभ्यास करें तो थोड़ा लाभ तो मिलेगा पर जब हम ईश्वर शरणागति का भाव ले कर समूह में, उचित मार्गदर्शन में ध्यान का नियमित अभ्यास करते है तो फिर वह अनुभव कर पाते है जिससे हम स्वयं भी अचंभित हो जाते हैं।
महामारी के इस कठिन समय से गुजर रहा विश्व आज योग की उपयोगिता की मुक्त कंठ से प्रशंसा कर रहा हैं। आयोजन को सफल बनाने में किरण, आकाश, श्रुति, मयंक, मुकेश की भूमिका अहम रहीं।
