सुभाष चंद्र बोस की आज जयंती है और इस मौके पर पूरे देश में केंद्र सरकार की ओर से पराक्रम दिवस का पालन किया जा रहा है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोलकाता में रहेंगे। इस दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी कई कार्यक्रमों की घोषणा की है।
शनिवार को उन्होंने पूरे राज्य के लोगों से नेताजी जयंती के उपलक्ष्य में अपराह्न 12:15 बजे शंख बजाने का भी आह्वान किया है। शनिवार सुबह ममता बनर्जी ने तीन ट्वीट किया है।
इसमें उन्होंने लिखा है, “आज देशनायक नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125 वीं जयंती पर उन्हें प्रेम पूर्वक श्रद्धांजलि दे रही हूं। वह सही अर्थों में नेता थे और लोगों की एकता पर दृढ़ता से विश्वास करते थे। पश्चिम बंगाल सरकार इस दिन को देशनायक दिवस के तौर पर मना रही है।”
नेताजी के नाम पर विश्वविद्यालय
ममता बनर्जी ने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार ने 23 जनवरी 2022 तक वर्ष भर नेताजी को केंद्रित कार्यक्रम के आयोजन के लिए एक विशेष कमेटी का गठन पहले ही किया है। इसके अलावा राजारहाट में नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वारा बनाए गए आजाद हिंद फौज के नाम पर एक मॉन्यूमेंट का भी निर्माण होगा। नेताजी के नाम पर बने एक विश्वविद्यालय की भी स्थापना की जाएगी जिसका पूरा वित्त पोषण राज्य सरकार करेगी और इसका टाई अप विदेशी विश्वविद्यालयों के साथ रहेगा।
शंख बजाने की अपील
अपने तीसरे ट्वीट में ममता बनर्जी ने लिखा है, “इस साल गणतंत्र दिवस की परेड कोलकाता में नेताजी के नाम पर समर्पित रहेगी। इसके अलावा आज अपराह्न 12:15 बजे राज्य सरकार की ओर से एक सायरन बजाया जाएगा। मैं राज्य भर के लोगों से अपील करती हूं कि इस दौरान अपने अपने घरों में शंख बजाएं।” इसके साथ ही ममता ने अपने आखिरी ट्वीट में एक बार फिर नेताजी जयंती को राष्ट्रीय छुट्टी घोषित करने की मांग भी की है। उन्होंने कहा है कि केंद्र सरकार को 23 जनवरी राष्ट्रीय छुट्टी घोषित करनी चाहिए।
उल्लेखनीय है कि विधानसभा चुनावों से पहले पश्चिम बंगाल में महापुरुषों को अपना बनाने की होड़ सियासी पार्टियों में लगी है। तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के बाद कांग्रेस के बंगाल प्रभारी जितिन प्रसाद ने भी एक दिन पहले कहा है कि सत्ता में आने पर कांग्रेस नेताजी की सबसे ऊंची प्रतिमा बनाएगी।
