कोलकाता। पश्चिम बंगाल में लॉक डाउन की स्थिति, जरूरी सेवाओं की उपलब्धता और कोरोना की वजह से उपजे हालात की समीक्षा करने पहुंची अंतर मंत्रालयी केंद्रीय टीम (आईएमसीटी) ने रविवार को महानगर के विभिन्न बाजारों का औचक दौरा किया है।
कोलकाता के गुरुसदय रोड स्थित बीएसएफ मुख्यालय से दोपहर के समय सेंट्रल टीम अचानक गाड़ी लेकर बाहर निकली और मुख्यमंत्री के आवास वाले क्षेत्र कालीघाट, हाजरा के साथ-साथ खिदिरपुर, तारातला, बेहला, शाखेरबाजार, डाकघर इलाके में बाजारों दुकानों और स्थानीय क्षेत्रों का अवलोकन किया।
टीम ने कई लोगों से बात की। कुछ दुकानदारों से भी बातचीत कर उनकी बातों को नोट किया है। टीम ने संतोषपुर का भी दौरा किया और बाजार की स्थिति का आकलन किया है। लोगों से कई शिकायतें भी मिली हैं जिसे नोट किया गया है।
उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल सरकार पर केंद्रीय टीम ने आंकड़े एकत्रित करने में सहयोग नहीं करने का आरोप लगाया है।
टीम लीडर अपूर्व चंद्र ने राज्य के मुख्य सचिव राजीव सिन्हा को लगातार पांच से अधिक चिट्ठियां लिखी है लेकिन अभी तक किसी का भी जवाब नहीं दिया गया है। उन्होंने राज्य सरकार पर यह भी आरोप लगाया है कि पहले दिन जब वह बंगाल आए थे और बीएसएफ मुख्यालय में शरण ली थी। तब पश्चिम बंगाल सरकार के अधिकारियों ने उन्हें बाहर पैर नहीं रखने की चेतावनी दी थी और कहा था कि अगर बाहर निकले तो सीधे एयरपोर्ट यानी बंगाल से बाहर जाना।
