देश और विश्व के लिए कैसा रहेगा वैशाख मास

धर्म - कर्म

वैशाख मास 17 अप्रैल से शुरू हो रहा है जो 16 मई तक चलेगा। जिसमे 5 रविवार और 5 सोमवार रहेंगे और अमावस्या शनिवार 30 अप्रैल को है। ज्योतिष प्रभाकर डॉ राकेश व्यास के अनुसार इस दौरान देश में कहीं अनाज की कमी तो कहीं अत्यधिक महंगाई देखने को मिलेगी। पेयजल और खाद्यान की कमी जैसी स्थिति देखने को मिल सकती है।

 

डॉ व्यास के अनुसार प्राकृतिक प्रकोपों से देश में कहीं जन-धन हानि, उपद्रव, हिंसा, आकस्मिक घटनाएं, राजनैतिक गतिरोध और सत्ता परिवर्तन जैसे संकेत देखने को मिल सकते हैं। विचित्र प्रकार के रोगों का भय भी लोगों में रहेगा। पक्ष के पूर्वार्द्ध में तेज वायु-वेग के साथ रुक रुक कर खण्ड वर्षा के योग भी है। 

 

विश्व की बात करें तो मुस्लिम और विरोधी देशों के मध्य युद्ध जैसा माहौल बन सकता है। हिंसा और आतंकी घटनाएं भी घट सकती है। पश्चिमी एशियाई और मुस्लिम बहुल अफ्रीकी देशों में सत्ता परिवर्तन का भय हो सकता है।

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