जूट उद्योग के मुद्दे पर शुक्रवार को भाजपा सांसद अर्जुन सिंह ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी समेत कई मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखा। कई दिनों तक वह पार्टी के भीतर इस मुद्दे को लेकर मुखर रहे। इसके बाद डोला सेन ने अर्जुन सिंह का स्वागत किया। उस संदर्भ में दिलीप घोष ने कहा कि यहां की पार्टियां फुटबॉल क्लब बन गई हैं। कोई भी कभी भी जा सकता है। लोग इसका न्याय करेंगे।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को शुक्रवार को लिखे पत्र में अर्जुन सिंह ने लिखा, ‘जूट आयोग ने एकतरफा जूट की ऊपरी सीमा तय की है। आप इस मामले में हस्तक्षेप करें। अर्जुन सिंह ने कहा कि यह उनके ऊपर है कि मुख्यमंत्री कार्रवाई करेंगे या नहीं। मैंने लड़ाई शुरू कर दी। क्योंकि मैं जिस इलाके में रहता हूं वहां चटकल हैं। 20 हजार लोग बेरोजगार हो गए हैं। कुल मिलाकर, 60,000 लोग बेरोजगार हैं। उनके परिवार का क्या होगा?’ मांगें पूरी नहीं होने पर क्या आप पुरानी पार्टी में वापस जाएंगे के जवाब में अर्जुन सिंह ने कहा कि मैं जूट आयुक्त को मजदूरों के साथ घेरूंगा। ये वो लोग हैं जिन्होंने मुझे वोट दिया।’
उस संदर्भ में दिलीप ने कहा, मैंने सुना है कि उन्होंने और भी कई मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखे हैं। केंद्र सरकार द्वारा दी गई सब्सिडी पहले किसी ने नहीं दी। सरकार को एक निश्चित नीति का पालन करना होगा। लेकिन यहां बात समस्या को दिल्ली नहीं ले जाने की है। जिन्होंने इतने सालों से जूट से कमाई की है, अब उनकी जिम्मेदारी है। सब कमाएंगे, फिर जिम्मेदारी न लें, केंद्र के गले में फेंक दें, ऐसा नहीं हो सकता। पार्टियां तो फुटबॉल क्लब बन गई है जब तक लोग क्लब बदल रहें हैं।
