7 साल में 5 हजार भ्रूण लिंग परिक्षण करने वाला डॉक्टर हिस्ट्रीशीटर घोषित

राजस्थान

जोधपुर। किसी भी डॉक्टर को हिस्ट्रीशीटर घोषित होने का संभवत: देश में पहला मामला प्रकाश में आया है। मामला है राजस्थान के जोधपुर का, जहाँ बेटियों को कोख में मारने वाले 100 करोड़ की संपत्ति का मालिक डॉ. मोहम्मद इम्तियाज रंगरेज (41) को पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर डॉक्टर घोषित कर दिया। डॉ. इम्तियाज 4 बार जेल गया, निलंबित हुआ, फिर भी बेटियों को मारना नहीं छोड़ा। इम्तियाज पर पिछले सात साल में जोधपुर जिले में ही पांच हजार भ्रूण लिंग परीक्षण करने का आरोप है। उसे जोधपुर के नागौरी गेट थाने का हिस्ट्रीशीटर घोषित किया गया है। मोहम्मद इम्तियाज और उसके पिता डॉ. नियाज रंगरेज दोनों ही भ्रूण जांच कर गर्भपात करने का पैकेज लेने के लिए कुख्यात थे। पिता और बेटे जांच के लिए 25 से 30 हजार रुपए लेते थे। बाद में इतनी ही राशि गर्भपात के लिए वसूलते थे। इम्तियाज का पिता भी 2012, 2014 और 15 अगस्त 2016 को लिंग जांच करते पकड़ा जा चुका है। डॉ. इम्तियाज 2016 में पहली बार भ्रूण जांच परीक्षण करते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया था। उस समय वह बालेसर सीएचसी का प्रभारी था। उसे जेल हुई और निलंबित कर दिया गया। लेकिन जेल से छूटते ही वह भ्रूण जांच के घिनौने धंधे में फिर से जुट गया। अलग-अलग समय में चार बार इस तरह के मामलों में गिरफ्तार किया जा चुका है। उसके पिता डॉ. नियाज भी बेटियों के कोख में ही कत्ल के इस धंधे में शामिल रहे हैं। शुरुआत हुई 7 अक्टूबर 2016 को जब डॉ. इम्तियाज अपने साथी भैरोंसिंह के घर पर भ्रूण परीक्षण करते पकड़ा गया था। उस वक्त इम्तियाज बालेसर सरकारी अस्पताल के इंचार्ज पद पर तैनात था। उसे निलंबित कर दिया गया। फिर 21 मई 2017 को इम्तियाज ने अपने दलाल साथी हनुमान ज्याणी के घर उसके साथी सदस्यों संजय त्यागी, सोहन जाट और राजू के मार्फत गर्भवती को बुलाया। जांच कर लड़की बताई। उस समय भी उसे गिरफ्तार किया गया। इसके बाद इम्तियाज की गैंग ने एक गर्भवती को पहले झुंझुनूं, फिर सीकर, फिर नागौर और बाद में जोधपुर बुलाया। रेलवे स्टेशन के पास चलती गाड़ी में जांच की, लेकिन पकड़ में आ गया, यह तीसरी बार था जब इम्तियाज को गिरफ्तार किया गया, तारीख थी 5 जनवरी, 2018। चौथी बार 9 सितंबर, 2018 को डॉ.इम्तियाज अपने दलाल फतेहकिशन के साथ महामंदिर स्थित एक मकान में एक गर्भवती का भ्रूण परीक्षण पकड़े गए। खास दलाल हनुमान ज्याणी इस बार भी फरार हो गया।
डॉ. इम्तियाज के पिता नियाज के मकराना में अस्पताल, जाेधपुर सहित कई शहरों में मकान व जमीनें हैं। वह करीब 100 करोड़ रु. की संपत्ति का मालिक बताया जाता है।
अब पुलिस रखेगी नियमित नजर
पुलिस की वेबसाइट पर इम्तियाज अब हिस्ट्रीशीटर के तौर पर दिखाई देगा। जब भी पुलिस बुलाएगी, उसे पेश होना पड़ेगा। पुलिस उसके घर की समय-समय पर जांच भी कर सकती है। बता दें कि कोई भी शख्स, जिसका अापराधिक रिकॉर्ड हो, वो समाज के लिए खतरा बन गया हो। समाज हित में उस पर नियमित निगरानी जरूरी मानी जाती है, तब एेसे व्यक्ति के खिलाफ पुलिस हिस्ट्रीशीट खोलती है।
इम्तियाज का कानूनी इलाज डीपीसी पद पर तैनात डॉक्टर ने ही किया
जोधपुर में डीसीपी ईस्ट डॉ. अमनदीप सिंह कपूर की पहल पर ही मोहम्मद इम्तियाज को हिस्ट्रीशीटर घोषित किया गया है। डीसीपी अमनदीप ने खुद डॉक्टरी की डिग्री ले रखी है। उन्होंने कहा कि डॉ. इम्तियाज लिंग जांच कर अवैध रूप से गर्भपात करवाने जैसी घटनाओं को अंजाम दे रहा था। उसके खिलाफ चार केस कोर्ट में विचाराधीन हैं। इसके बावजूद वह अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा था। उसकी अापराधिक गतिविधियां बढ़ती जा रही थीं। इस बदमाश व्यक्ति की बढ़ती हुई अापराधिक गतिविधियों पर नियंत्रण व आम जनता की सुरक्षा के लिए निगरानी रखकर अंकुश लगाया जाना जरूरी हो गया था।

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