Fake SIM – कोलकाता पुलिस की साइबर शाखा ने फर्जी सिम कार्ड मामले में दो और लोगों को गिरफ्तार किया है।
Fake SIM
गिरफ्तार व्यक्तियों के पास से 1,274 सक्रिय सिम कार्ड और 3 फिंगरप्रिंट स्कैनर बरामद किए गए। फरवरी के अंत से अब तक सिम धोखाधड़ी मामले में कुल दस लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस ने बताया कि पिछले महीने इस घटना में गिरफ्तार किए गए लोगों से पूछताछ के बाद उन्हें तिलजला थाना क्षेत्र में एक और व्यक्ति मिला।
इसके तुरंत बाद पुलिस की साइबर शाखा की एक टीम सोमवार को तिलजला थाना क्षेत्र में तलाशी अभियान पर निकल पड़ी।
पिकनिक गार्डन रोड से शुवेंदु गायेन नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार शुवेंदु सिम कनेक्शन का काम करता था।
आरोप है कि इसके बाद वह ग्राहकों के दस्तावेज चुराकर या फर्जी दस्तावेजों के जरिए मोबाइल सिम कनेक्ट करता था। इसके बाद वह उस सिम को धोखेबाजों को मोटी रकम में बेच देता था।
गिरफ्तार व्यक्ति के पास से विभिन्न दूरसंचार कंपनियों के 1,222 सक्रिय सिम कार्ड, 1 लाख 95 हजार टका नकद, एक मोबाइल फोन और एक फिंगरप्रिंट स्कैनर जब्त किया गया।
Fake SIM – शुवेंदु से पूछताछ के बाद जांचकर्ताओं ने बिधान सरानी, गिरीश पार्क पुलिस थाना क्षेत्र में एक अन्य आरोपी का पता लगाया।
जितेंद्र अग्रवाल शुवेन्दु से सक्रिय सिम कार्ड लेता था। खबर मिलते ही पुलिस ने फर्जी आरोपी को पकड़ने के लिए जाल बिछाया। आरोपी की मुक्ताराम बाबू स्ट्रीट में दुकान है। पुलिस ने सोमवार रात को जितेंद्र को भी गिरफ्तार कर लिया।
उसके पास से 52 सीलबंद सिम कार्ड, 2 फिंगरप्रिंट स्कैनर, 43,500 रुपए नकद और एक मोबाइल फोन जब्त किया गया।
