बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के बयान को लेकर प्रदेश की राजनीति में विवाद चल रहा है। सुकांत मजूमदार ने कहा था कि सत्ताधारी दल के दो नेता जहां दो अलग-अलग मामलों में जेल की हिरासत में हैं, वहीं फिरहाद हकीम को भी जेल भेजा जाना चाहिए।
सुकांत मजूमदार ने गुरुवार को मुर्शिदाबाद के बहरामपुर में एक सभा में कहा था कि दो नेता जेल में है उनमे कम्पीटिशन चल रहा है डॉक्टर के पास जाने का। बार बार अस्पताल जा रहें है डॉक्टर के पास जा रहें हैं तो डॉक्टर हकीम को ही अंदर भेज देते हैं। तृणमूल में एक हकीम हैं उनको अंदर भेजने की व्यवस्था कर देतें है फिर आपको बहार अस्पताल आने की जरुरत नहीं होगी।
उसके जवाब में फिरहाद हकीम ने कहा, ‘सुकांत कृपया मुझे बताएं कि मुझे किस मामले में फंसाया जाएगा। मैं किसी भी साजिश का शिकार हो जाऊंगा। विपक्ष को चुनौती देते हुए उन्होंने दावा किया कि उन्हें जेल जाने का डर नहीं है, लेकिन उन्हें एक मध्यमवर्गीय परिवार के बेटे के रूप में सम्मान की हानि का डर है। मुझे अंदर डाल दो, बस अनादर मत करो। याद रखना, तुम किसी के बच्चे हो, किसी के पति, किसी के पिता हो, तो मैं भी हूँ।
उन्होंने कहा कि वह एक मामले में जेल गए थे। अस्पताल में नहीं रहे, अदालत के आदेश के अनुसार जेल में थे।