Haryana में भारतीय जनता पार्टी और जननायक जनता पार्टी के बीच गठबंधन पर पूर्ण विराम लग सकता है। सूत्रों की मानें तो भाजपा ने जननायक जनता पार्टी को मंत्रिमंडल से अलग करने के लिए रणनीति भी बना ली है।
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खट्टर सरकार के मंत्रिमंडल का आज यानी मंगलवार को सामूहिक इस्तीफा हो सकता है। इसके बाद नए सिरे से मंत्रिमंडल गठित किया जाएगा। नए मंत्रिमंडल में जेजेपी शामिल नहीं होगी।
आज बीजेपी विधायक दल की बैठक भी बुलाई गई है। दिल्ली से आब्जर्वर के तौर पर केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा और महासचिव तरुण चुग चंडीगढ़ रवाना हो गए हैं।हरियाणा प्रभारी विप्लव देव भी चंडीगढ़ पहुंच गए हैं।
जेजेपी-बीजेपी अलग होने की स्थिति में Haryana में सरकार बचाने और नई सरकार बनाने की सभी संभावनाओं पर फैसला लिया जाएगा। हरियाणा में मुख्यमंत्री बदले जाने पर भी विचार हो सकता है।
हालांकि ये सोचा समझा कदम माना जा रहा है। क्योंकि हरयाणा में जेजेपी को जाटों की पार्टी माना जाता है जिसके कारण चुनावों में नॉन जाट वोटों का भाजपा को नुकसान हो सकता है।
पिछले चुनावों के बाद गठबंधन हुआ था लेकिन अगर गठबंधन के साथ चुनाव होता है तो भाजपा को नुकसान पहुँच सकता है। इसके अलावा जेजेपी में भी टूट की खबरें हैं।