शहरी विकास मंत्री और कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम ने भाजपा पर मतदान प्रक्रिया को बाधा डालने का आरोप लगाया है। रविवार सुबह से शुरू हुए मतदान के बीच घाटाल मेदिनिपुर और अन्य इलाकों में हुई हिंसक घटनाओं पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि राज्य भर में शांतिपूर्वक तरीके से मतदान चल रहा था लेकिन घाटाल लोकसभा केंद्र से भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार भारती घोष और मेदिनिपुर से भाजपा उम्मीदवार तथा प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष इलाके में एक बड़े काफिले के साथ घूम घूम कर हिंसा फैला रहे हैं।
उन्होंने कहा कि ये लोग गांव में जाकर लोगों को गालियां दे रहे हैं इसलिए परिस्थिति बिगड़ी है। मेयर ने दावा किया कि किसी भी क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी के पास अपना पोलिंग एजेंट नहीं है। वे बाहर से एजेंट बुला रहे हैं। इसी वजह से जो स्थानीय लोग बैठे हैं उन्होंने आपत्ति जताई है।
मेयर ने कहा कि अगर कहीं किसी पोलिंग एजेंट को नहीं घुसने दिया जा रहा है तो उसके लिए नियम यह है कि संबंधित क्षेत्र के निर्वाचन पर्यवेक्षक को इसके बारे में जानकारी दी जाती है लेकिन ये लोग खुद अधिकारी बनकर पोलिंग एजेंट को बैठाने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी को इस बात का एहसास है कि उनके पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई है इसलिए मतदान प्रक्रिया को बाधित कर रहे हैं। मेयर ने चुनाव आयोग पर भारतीय जनता पार्टी के सामने बौना होने का आरोप लगाया और कहा कि इतने सारे आरोपों के बाद भाजपा उमीदवार की उम्मीदवारी रद्द हो जानी चाहिए थी लेकिन चुनाव आयोग निष्क्रिय बना हुआ है।
