सनलाइट, कोलकाता। Monsoon के दस्तक देते ही एक और जहां वायरल बुखार का प्रकोप अचानक बढ़ गया वहीं दूसरी ओर महानगर वासी डेंगू, मलेरिया जैसी मच्छर जनित बीमारियों के फैलने की आशंका से आतंकित होने लगे है।

Monsoon
चिकित्सकों का कहना है Monsoon सीजन में मच्छरदानी लगाने सहित बचाव के लिए अन्य सभी उपाय करने बहुत जरूरी है।
जनरल फिजिशियन डॉ भरत कुमार गुप्ता के अनुसार इस समय मौसमी सहित अन्य कई बीमारियों का प्रकोप काफी तेजी से बढ़ता है।
उन्होंने बताया कि ऐसे में हल्की सी लापरवाही भी भारी पड़ सकती है तथा साधारण सी दिखने वाली बुखार भी मरीजों पर हावी हो जाती है।
इसलिए हर किसी को अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहते हुए थोड़ी भी सर्दी खांसी अथवा अन्य कोई शारीरिक समस्या होने पर तुरंत अपने डॉक्टर से सलाह लेकर उचित उपचार करना चाहिए।
डॉ गुप्ता के अनुसार मच्छर काटने से होने वाली बीमारियों से बचने के लिए अपने आस पास के क्षेत्र में स्वच्छता रखना अति आवश्यक है। इसके अलावा किसी भी हाल में पानी खुला नही छोड़ना चाहिए तथा एक जगह पानी जाम नही रहना चाहिए।
बतौर डॉ गुप्ता अभी वायरल बुखार के मरीज अधिक आ रहे हैं लेकिन चूंकि बरसात के दिनों में कई जगहों पर गन्दगी और जलजमाव की स्थिति हो जाती है उस समय मलेरिया, डेंगू जैसी मच्छर जनित बीमारियों के फैलने की आशंका रहती है उस दौरान ऐसे मरीजों की संख्या में इजाफा हो सकता है।
उन्होंने बताया कि हालांकि बड़ाबाजार में अभी तक मलेरिया के मामले काफी कम देखने में आये हैं लेकिन कोलकाता के बाहरी क्षेत्रों में ऐसे मरीजों की तादाद बढ़ रही है।
इसकी चपेट में आने से मरीज को बुखार खत्म होने के बाद भी कई दिनों तक सुस्ती, कमजोरी, भूख न लगना जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है और मरीज को पूरी तरह ठीक होने में लम्बा समय लग सकता है।
डॉ गुप्ता ने कहा कि इससे बचाव के लिए लोगों को बरसात में भीगने से परहेज के अलावा ताजा और पौष्टिक आहार का सेवन करना चाहिए।