केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक कार्यक्रम में कहा कि करतारपुर साहिब पाकिस्तान में नहीं, बल्कि भारत में हो सकता था, यदि थोड़ी सी सावधानी बरती जाती।उन्होंने कहा कि विभाजन के समय सिखों को काफी नुकसान उठाना पड़ा।
उन्होंने आगे कहा कि जब हमें आजादी मिली और विभाजन की त्रासदी का सामना करना पड़ा, तो सिखों को बहुत नुकसान हुआ। राजनाथ सिंह शुक्रवार को ‘शाइनिंग सिख यूथ ऑफ इंडिया’ नामक किताब के लॉन्चिंग कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
केंद्रीय रक्षा मंत्री ने कार्यक्रम में आगे कहा, ”भारतीय संस्कृति को अतीत में बहुत परेशानी का सामना करना पड़ा। अगर भारतीय संस्कृति आज कायम है तो वह सिख समुदाय की वजह से है। सिख समुदाय का इतिहास बहुत गौरवशाली रहा है, लेकिन विडंबना यह है कि उनमें से बहुत से लोग अपना इतिहास नहीं जानते।”
उन्होंने कहा, ”मैं कहूंगा कि अपने युवाओं को सिख समुदाय का इतिहास सिखाएं। यह देश सिख समुदाय के योगदान को कभी नहीं भूलेगा। कुछ लोग ‘खालिस्तान’ की मांग करते हैं। आप ‘खालिस्तान’ की बात क्यों करते हैं, पूरा ‘हिंदुस्तान’ आपका है।”