ब्रिटेन के प्रधानमंत्री Rishi Sunak ब्रिटेन की कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में हो रही मोरारी बापू की रामकथा में शामिल हुए। यहां सुनक ने कहा कि वे PM नहीं बल्कि एक हिंदू के तौर पर कथा में शामिल हुए हैं। इस दौरान उन्होंने जय सिया राम का नारा भी लगाया। ऋषि सुनक ने कहा- मेरे लिए धर्म बहुत व्यक्तिगत है। यह जीवन के हर पहलू में मुझे रास्ता दिखाता है। प्रधानमंत्री होना एक सम्मान की बात है, लेकिन यह कोई आसान काम नहीं है। यहां आपको कठिन फैसले लेने होते हैं।

धर्म मुझे देश के लिए बेस्ट काम करने के लिए साहस और शक्ति देता है – Rishi Sunak
ऋषि सुनक ने कहा- धर्म मुझे देश के लिए बेस्ट काम करने के लिए साहस और शक्ति देता है। राम हमेशा से मुझे प्रेरणा देते हैं। वे जीवन की चुनौतियों का साहस के साथ सामना करना, विनम्रता के साथ शासन करना और निस्वार्थ भाव से काम करना सिखाते हैं।
मुझे ब्रिटिश और हिंदू होने पर गर्व – Rishi Sunak
उन्होंने कहा कि मुझे ब्रिटिश और हिंदू होने पर गर्व है। इस दौरान ऋषि सुनक ने अपने बचपन का जिक्र करते हुए कहा कि बचपन में हम स्थानीय मंदिर में जाते थे। वहां मेरा परिवार हवन, पूजा और आरती कराता था। इसके बाद मैं अपने भाई-बहनों के साथ प्रसाद बांटता था। सुनक ने कहा कि वे रामायण के साथ भगवत गीता और हनुमान चालीसा को भी फॉलो करते हैं।
मेरे टेबल पर रखी रहती है भगवान गणेश की मूर्ति – Rishi Sunak
सुनक ने कहा कि जिस तरह बापू के आसन के पीछे हनुमान जी की सुनहरी तस्वीर लगी हुई है, उसी तरह मेरे ऑफिस की टेबल पर गणेश जी की सुनहरी मूर्ति रखी रहती है। उनकी मूर्ति मुझे लगातार कोई काम करने से पहले सुनने और उस पर विचार करने के जरूरत की याद दिलाती है।
