राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने गुरुवार को कहा कि हिंसा से किसी को फायदा नहीं होता है। जिस समाज को हिंसा प्रिय है वह अब अपने अंतिम दिन गिन रहा है। उन्होंने देश के कई हिस्सों में विभिन्न समूहों के बीच हालिया झड़पों को देखते हुए सभी समुदायों को एक साथ लाने और मानवता की रक्षा करने की वकालत की।
भागवत ने कहा, ‘हिंसा से किसी का भला नहीं होता। हमें हमेशा अहिंसक और शांतिप्रिय होना चाहिए। इसके लिए सभी समुदायों को एक साथ लाना और मानवता की रक्षा करना जरूरी है। हम सभी को इस काम को प्राथमिकता के आधार पर करने की जरूरत है।’
सरकार हो या कोई अन्य, समाज के दबाव पर काम करती है
भागवत ने कहा कि सरकार हो या कोई अन्य, यह समाज के दबाव पर काम करती है। सामाजिक दबाव सरकार के लिए पेट्रोल की तरह है। भागवत ने सिंधी भाषा और संस्कृति के अस्तित्व को सुनिश्चित करने के लिए देश में एक सिंधी विश्वविद्यालय स्थापित करने की आवश्यकता बताई। आरएसएस प्रमुख ने कहा कि भारत एक बहुभाषी देश है और हर भाषा का अपना महत्व है।
