कोलकाता। शहर में नए सिरे से बच्चा चोरी की फिर से अफवाह फैलने लगी है। करीब 72 घंटे में छह स्थानों पर बच्चा चोरी के संदेह में लोगों ने कुछेक की पिटाई कर दी। इन स्थानों में कसबा, सॉल्टलेक, पाटुली, गरियाहाट और अन्य क्षेत्र शामिल हैं। इसके बाद से लालबाजार स्थित कोलकाता पुलिस की खुफिया टीम ने अफवाह फैलाने वालों की तलाश तेज कर दी है।
मंगलवार को कोलकाता पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शहर के विभिन्न क्षेत्रों में अफवाह फैलाने वालों की शिनाख्त की जा रही है। इसके लिए सीसीटीवी और सोशल साइट पर चल रही पोस्टों की भी जांच की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि दिसंबर 2012 और जनवरी 2013 के में बच्चा चोरी की अफवाह पूरे शहर में फैली थी। उस वक्त पूर्व और दक्षिण पूर्व कोलकाता के इंटाली, नारकेलडांगा, तोपसिया, तिलजला, करया और इकबालपुर में बच्चा चोरी के संदेह में 15 लोगों की सामूहिक रूप से पिटाई की गई थी। इसमें नारकेलडांगा के एक युवक और तिलजला की दो महिलाओं की मौत हो गई थी। साथ ही कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे। अब करीब छह साल बाद एक बार फिर कोलकाता में इस तरह की अफवाहें फैल रही हैं। पुलिस लगातार सतर्कता बरत रही है।
अब तक आठ पीड़ित सामने आए हैं। इसमें कसबा और टालीगंज की दो महिलाएं भी शिकार हुई हैं। हालांकि, इन महिलाओं को लेकर रहस्य गहरा गया है।
टालीगंज थाने में रीता सुरैया नामक एक महिला ने प्राथमिकी दर्ज कराई है। उसका आरोप है कि उसकी सात साल की बेटी को 22 साल की एक युवती ने अगवा करने की कोशिश की थी। इस बीच इलाके के लोग एकत्रित हो गए और उस युवती को मारा-पीटा था। जिस युवती को मारा-पीटा गया, उसका नाम जेया बानू है। वह करया की रहने वाली है। अस्पताल में इलाज के दौरान उसने पुलिस को बताया कि करया में वह अपने एक संबंधी के साथ रहती है, लेकिन वह टालीगंंज क्यों गई थी और सात साल की बच्ची के आसपास संदिग्ध तरीके से क्यों घूम रही थी, इस बारे में कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सकी।
दूसरी ओर आनंदपुर के पश्चिम चोबागा में भी रविवार रात एक युवक को बच्चा चोर होने के संदेह में लोगों ने मारा-पीटा है। उसका नाम मुन्ना है और वह भी टेंगरा इलाके का रहने वाला है। वह दो अन्य साथियों के साथ आनंदपुर के कई घरों में घुसा था। लोगों ने उसे बच्चा चोर समझकर मारा-पीटा है, जबकि उसके बाकी के दो साथी फरार होने में सफल रहे। पुलिस मुन्ना से गहन पूछताछ कर रही है।
इसके अलावा तीन और लोगों की पिटाई हुई है। पुलिस की जांच में पता चला है कि ये लोग संदिग्ध हैं, लेकिन इन्हें बच्चा चोर के रूप में किसने प्रचारित किया, यह जांच का विषय है। पुलिस ऐसी वारदात की जांच के साथ माइक से पूरे इलाके में बच्चा चोरी की अफवाह नहीं फैलाने का प्रचार भी कर रही है। पूर्व और पश्चिम कोलकाता में पुलिस ने मंगलवार को भी प्रचार किया है।
