प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शंघाई सहयोग संगठन (SCO Summit) के शिखर सम्मेलन की बैठक की मेजबानी की। इस बैठक में रूस और चीन समेत एससीओ के सदस्य देश शामिल हुए। बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इस समय विश्व विवाद, तनाव और महामारी से घिरा हुआ है, ऐसे में हमें मिलकर काम करना है। उन्होंने एससीओ में सुधार के प्रस्ताव का समर्थन किया।
SCO Summit – आतंकवाद क्षेत्रीय एवं वैश्विक शांति के लिए प्रमुख खतरा बना हुआ है
पीएम मोदी ने बिना नाम लिए पाकिस्तान पर हमला बोलते हुए कहा कि आतंकवाद क्षेत्रीय एवं वैश्विक शांति के लिए प्रमुख खतरा बना हुआ है। हमें साथ मिलकर आतंक से लड़ना होगा। पीएम मोदी ने कहा कि कुछ मुल्क सीमा-पार आतंकवाद को अपनी नीतियों के तौर पर इस्तेमाल करते हैं। इस चुनौती से निपटने के लिए निर्णायक कार्रवाई आवश्यक है।
पीएम मोदी ने कहा कि आतंकवाद चाहे किसी भी रूप में हो, किसी भी अभिव्यक्ति में हो, हमें इसके विरुद्ध मिलकर लड़ाई करनी होगी। कुछ देश, क्रॉस-बॉर्डर टेररिज्म को अपनी नीतियों के टूल के रूप में इस्तेमाल करते हैं। आतंकवादियों को पनाह देते हैं। SCO को ऐसे देशों की आलोचना में कोई संकोच नहीं करना चाहिए।
भारत के लैंग्वेज प्लेटफॉर्म की दी जानकारी
इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने भारत के लैंग्वेज प्लेटफॉर्म के बारे में सदस्य देशों को जानकारी दी। उन्होंने कहा, “हमें एससीओ के भीतर भाषा की बाधा को दूर करने के लिए भारत के एआई-आधारित लैंग्वेज प्लेटफॉर्म भाषिनी को सभी के साथ साझा करने में खुशी होगी। यह डिजिटल प्रौद्योगिकी और समावेशी विकास का एक उदाहरण बन सकता है।