कोलकाता। नारद स्टिंग ऑपरेशन मामले में अब कोलकाता के पूर्व मेयर और भारतीय जनता पार्टी के नेता शोभन चटर्जी की गिरफ्तारी की अटकलें तेज हो गई है।
2014 में जब स्टिंग ऑपरेशन को अंजाम दिया गया था तब शोभन चटर्जी तृणमूल कांग्रेस में थे और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सबसे करीबी नेताओं में शामिल थे। स्टिंग आपरेशन में उन्हें नगर निगम कार्यालय में पांच लाख रुपये घूस लेकर तौलिए में लपेट कर ले जाते हुए देखा गया था।
अब वह भारतीय जनता पार्टी में हैं और उनकी गिरफ्तारी की अटकलें तेज होने के पीछे भी वजह बहुत खास है। दरअसल इस मामले में पिछले सप्ताह गुरुवार को सीबीआई ने आईपीएस अधिकारी एसएमएच मिर्जा को गिरफ्तार किया है। 2014 में जब स्टिंग ऑपरेशन किया गया था तब एसएमएच मिर्जा बर्दवान के तत्कालीन एसपी थे और उन्होंने एसपी दफ्तर में ही बैठकर स्टिंग ऑपरेशन करने वाले मैथ्यू सैमुअल से रुपये लिए थे। सीबीआई का कहना है कि मिर्जा ने सरकारी दफ्तर का इस्तेमाल घूस लेने के लिए किया था इसलिए उन्हें गिरफ्तार किया गया है।
अब शोभन चटर्जी ने भी स्टिंग ऑपरेशन के रुपये कोलकाता नगर निगम मुख्यालय में ही बैठ कर लिए थे इसलिए उनकी भी गिरफ्तारी की अटकलों तेज हो गई है।
खास बात यह है कि नारद स्टिंग ऑपरेशन को अंजाम देने वाले पत्रकार मैथ्यू सैमुअल गत 7 अक्टूबर को कोलकाता आए थे। उन्होंने कहा था कि शोभन चटर्जी की गिरफ्तारी सबसे पहले होनी चाहिए क्योंकि उन्होंने भी कोलकाता नगर निगम में बैठकर रुपये लिए थे।
वैसे मिर्जा की गिरफ्तारी के बाद सीबीआई ने मुकुल रॉय के खिलाफ तो कार्रवाई तेज कर दी है लेकिन शोभन के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने से सवाल खड़े हो रहे हैं।
मिर्जा फिलहाल सीबीआई की हिरासत में है 15 अक्टूबर तक उनसे पूछताछ की जानी है।