तीनों कृषि कानून वापस लेने की पीएम मोदी की घोषणा के बाद विपक्ष की प्रतिक्रिया आनी शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि हर एक किसान को मेरी हार्दिक बधाई, जो लगातार संघर्ष करते रहे और उस क्रूरता से विचलित नहीं हुए, जिसके साथ भाजपा ने आपके साथ व्यवहार किया। यह आपकी जीत है! इस लड़ाई में अपने प्रियजनों को खोने वाले सभी लोगों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है।
राहुल गांधी ने किया ट्वीट
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी ने ट्वीट में कहा, ‘देश के अन्नदाता ने सत्याग्रह से अहंकार का सर झुका दिया।अन्याय के ख़िलाफ़ यह जीत मुबारक हो। जय हिंद, जय हिंद का किसान।’
मल्लिकार्जुन खड़गे बोले किसान और आम जनता के नुकसान की जिम्मेदारी कौन लेगा
वहीं, कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, ‘700 से ज़्यादा किसानों की मौत के बाद अगर ये सरकार कृषि क़ानून वापस लेती है तो इससे पता चलता है कि यह सरकार किसानों के बारे में कितना सोचती है। साल भर से जो किसान और आम जनता का नुकसान हुआ है इसकी ज़िम्मेदारी कौन लेगा? इस मुद्दे को संसद में उठाएंगे।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पीएम मोदी का शुक्रिया अदा किया
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल ने इसे ‘किसानों की बड़ी जीत’ बताया। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पीएम मोदी का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने एक ट्वीट में कहा कि हर पंजाब की मांग पूरी करने के लिए वे मोदी के शुक्रगुजार हैं।
महाराष्ट्र के मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा कि ‘एक संदेश गया है कि देश एकजुट हो तो कोई भी फैसला बदला जा सकता है।’ उन्होंने हालिया चुनाव के नतीजों का हवाला देकर कहा कि ‘हार के चलते पीएम मोदी ने यह फैसला किया है।’
AAP के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने भी कहा कि चुनाव में हार के डर से कानून वापस लिए गए। राजद नेता मनोज झा ने कहा कि इसमें सरकार के लिए एक संदेश छिपा है कि आप संसद से कुछ भी पास करा लेंगे और देश उसको स्वीकार करेगा, ऐसा नहीं होता।