West Bengal – ममता बनर्जी सरकार लगातार बकाया मामले को लेकर भाजपा पर हमलावर है। आज सुबह तृणमूल सांसद सुदीप बनर्जी ने बताया था कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बंगाल के बकाए की मांग की।
West Bengal CAG report
जवाब में प्रधानमंत्री ने सुदीप से CAG रिपोर्ट पढ़ने को कहा। ऐसे में सवाल ये उठा कि CAG रिपोर्ट में ऐसा क्या है, जिससे पता चलता है कि केंद्र पैसा रोक रहा है?
इसका जवाब कुछ ही घंटों में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने दे दिया। उन्होंने सीएजी रिपोर्ट सामने लाकर प्रेस कांफ्रेंस की।
सुकांत मजूमदार ने कहा कि राज्य ने करीब 2 लाख करोड़ रुपये का हिसाब नहीं दिया है। उन्होंने कहा कि पैसे के बाद काम होने पर एक साल के अंदर यूटिलाइजेशन सर्टिफिकेट देना होता है।
1.9 लाख करोड़ रुपये का ममता सरकार ने यूटिलाइजेशन सर्टिफिकेट नहीं दिया है। इसके बाद भाजपा नेतृत्व ने सवाल उठाना शुरू कर दिया है कि वह पैसा कहां गया।
सुकांत मजूमदार ने कहा कि West Bengal सरकार कन्टिनजेन्ट फंड में 3400 करोड़ का हिसाब नही दिया गया है।
उन्होंने दावा किया है कि ये पैसा ‘पर्सनल लेजर’ और पर्सनल अकॉउंट नाम देकर खर्चा किया गया जिसके बारे में कोई जानकारी नही।
सुकान्त ने कहा, यह भ्रष्टाचार का नया तरीका है। जनता का पैसा कहां खर्च हुआ, कोई नहीं जानता।