एंटिगा। भारतीय महिला क्रिकेट टीम का विश्व कप जीतने का ख्वाब एक बार फिर अधूरा रह गया और इस बार भी इंग्लैंड की टीम ने ही भारत का ये सपना पूरा नहीं होने दिया। आईसीसी महिला टी-20 विश्व कप टी-20 के दूसरे सेमीफाइनल में भारतीय टीम को इंग्लैंड ने आठ विकेट से हराकर फाइनल में प्रवेश किया। भारत ने टॉस जीतकर 19.3 ओवरों में सभी विकेट गंवाकर 112 रन बनाए। जवाब में इंग्लैंड ने सिर्फ दो विकेट गंवाकर 17.1 ओवर में 116 रन बनाकर मैच अपने नाम कर लिया। इससे पहले इंग्लैंड ने एकदिवसीय विश्व कप के फाइनल में भारत को शिकस्त दी थी।
इससे पहले टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत बेहद खराब रही। टीम को पहला झटका सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना के रूप में लगा। मंधाना को एक्लेस्टोन ने अपनी ही गेंद पर कैच कर आउट किया। मंधाना ने 23 गेंदों का सामना करते हुए 05 चौकों और एक छक्के की मदद से 34 रन की पारी खेली। मंधाना के आउट होने के बाद दूसरी ओपनर तानिया भाटिया भी बहुत देर तक संघर्ष नहीं कर पाईं। भाटिया (11) नाइट की गेंद पर स्किवर को अपना कैच थमा बैठी। इसके बाद भारत की पारी बिखरती चली गई।
भारतीय महिलाओं ने आखिरी 08 विकेट महज 28 रन के भीतर गंवा दिए। रोड्रिगेज (26), कृष्णमूर्ति (2) और कप्तान हरमनप्रीत कौर (16) रन बनाकर डगाउट निकल गई। हरमनप्रीत और कृष्णमूर्ति का विकेट गॉर्डन ने चटकाया।
इसके बाद भारत को हेमलता (01) और अनुजा पाटिल (0) के रूप में लगातार दो झटके लगे। नाइट ने अपने दूसरे ही ओवर की आखिरी दो गेंदों पर दोनों का विकेट चटकाया और अपनी टीम को मजबूत स्थिति में लेकर आई। राधा यादव (04) और अरुंधति रेड्डी (06) के रूप में भारत का क्रमश: 8वां और 9वां विकेट गिरा। आखिरी ओवर की तीसरी गेंद पर दीप्ति शर्मा (07) भी रन आउट हो गईं और टीम इंडिया की पारी 112 रन के स्कोर पर सिमट गई।
इंग्लैंड की तरफ से हीथर नाइट और केएल गॉर्डन ने तीन-तीन विकेट लिया। टीम इंडिया की तरफ से सर्वाधिक स्कोर स्मृति मंधाना (34) ने किया।
113 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लिश टीम की शुरूआत खराब रही और पहले ही ओवर में राधा यादव ने सलामी बल्लेबाज बायुमोंट (01) को अरुंधिति रेड्डी के हाथों कैच आउट करवाया। इसके बाद भारत को दूसरी बड़ी सफलता दीप्ति शर्मा ने डेनियल व्याट (8) का विकेट लेकर दिलाई। दीप्ति ने व्याट को रोड्रिगेज के हाथों कैच आउट करवाया। इसके बाद एमी जोंस (नाबाद 53), एन. स्किवर (नाबाद 52) ने कोई और क्षति नहीं होने दी और 17 गेंदें शेष रहते हासिल कर लिया। अब ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच रविवार को फाइनल मुकाबला खेला जाएगा।