चुनाव आयोग से मिला तृणमूल का प्रतिनिधिमंडल, भाजपा पर हिंसा का आरोप

कोलकाता

पश्चिम बंगाल में पहले चरण के मतदान में हिंसा के लिए तृणमूल कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाया है। पार्टी के 10 सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्य चुनाव अधिकारी से मुलाकात कर भारतीय जनता पार्टी पर आपराधिक तत्वों को संरक्षण देने का आरोप लगाया।

 

प्रतिनिधिमंडल ने  इसके अलावा पोलिंग एजेंट नियुक्ति संबंधी आयोग के पुराने नियम ही पूर्ववत करने की मांग की है। आयोग ने छूट दी है कि कोई व्यक्ति कहीं का भी पोलिंग एजेंट बन सकता है। इसे लेकर तृणमूल कांग्रेस ने मांग की है कि केवल स्थानीय व्यक्ति को ही पोलिंग एजेंट बनाने की अनुमति होनी चाहिए। बाहरी लोगों को अगर इसकी छूट होगी तो इससे आपराधिक तत्वों को मतदान केंद्र के अंदर बैठाने में मदद मिल जाएगी और भाजपा इसका दुरुपयोग कर रही है।
10 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल में टीएमसी के लोकसभा सदस्य सुदीप बंद्योपाध्याय, राज्यसभा में टीएमसी के नेता डेरेक ओ ब्रायन , एमपी काकुली घोष दस्तीदार सहित अन्य लोग शामिल थे। मुलाकात के बाद सुदीप बंद्योपाध्याय ने कहा कि किसी निर्दिष्ट विधानसभा क्षेत्र में  किसी का भी पोलिंग एजेंट होना ठीक नहीं है। काकोली घोष दस्तीदार ने कहा कि आपराधिक रिकॉर्ड वाले कई लोग इस समय नंदीग्राम, भगवानपुर और हरिपुर में रह रहे हैं। चुनाव आयोग को मतदाताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए।
डेरेक ने कहा, “यह हमारी जानकारी में आया है कि नंदीग्राम में भाजपा द्वारा मैदान में उतारे गए उम्मीदवार शुभेंदु अधकारी अपराधियों को शरण दे रहे है। ऐसे लोग नंदीग्राम के निवासी नहीं हैं। हम आयोग से तत्काल हस्तक्षेप करने और पुलिस द्वारा सीधे कदम उठाने की मांग करते हैं।
तृणमूल ने उन चार स्थानों का उल्लेख किया है, जहां आरोप है कि शुभेंदु अधिकारी ने असामाजिक तत्वों को शरण दी है। इसके अलावा तृणमूल कांग्रेस ने केंद्रीय बलों पर भी लोगों को डराने धमकाने के आरोप लगाए हैं और दावा किया है कि जगह जगह मतदान केंद्रों के अंदर भारतीय जनता पार्टी के लोगों ने कब्जा कर लिया है।
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