आज से होलाष्टक शुरू, वर्जित रहेंगे शुभ कार्य

धर्म - कर्म

हिन्दू पंचांग के आधार पर फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि से होलाष्टक का प्रारंभ होता है। फाल्गुन की पूर्णिमा तिथि को होलिका दहन के साथ ही होलाष्टक का समापन होता है। 

कब लग रहे है होलाष्टक

रिसर्च सेंटर ऑफ ऐस्ट्रो मेडिकल के ज्योतिष प्रभाकर डॉ राकेश व्यास ने बताया कि पंचांग के अनुसार, इस साल फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि का प्रारंभ 10 मार्च को सुबह 02 बजकर 56 मिनट से हो रहा है इसलिए 10 मार्च दिन गुरुवार से होलाष्टक का प्रारंभ हो जाएगा।

 

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होलाष्टक का समापन

होलाष्टक का समापन होलिका दहन के दिन होता है। होलिका द​हन फाल्गुन पूर्णिमा को होती है। इस साल फाल्गुन पूर्णिमा तिथि 17 मार्च दिन गुरुवार को दोपहर 01:30 बजे से शुरु हो रही है, जो 18 मार्च दिन शुक्रवार को दोपहर 12:47 बजे तक है। ऐसे में फाल्गुन पूर्णिमा 17 मार्च को है। 17 मार्च को होलिका दहन के साथ होलाष्टक का समापन हो जाएगा।

8 दिन नहीं होंगे मांगलिक कार्य

ज्योतिषाचार्य व्यास ने बताया कि 8 दिन के होलाष्टक में विवाह, मुंडन, गृह प्रवेश, मकान-वाहन की खरीदारी आदि किसी भी शुभ कार्य को नहीं किया जाता है। होलाष्टक के समय में व्यापार, निर्माण कार्य, नई नौकरी आदि की शुरुआत भी नहीं करनी चाहिए। 10 मार्च से होलाष्टक प्रारंभ हो रहा है और समापन 17 मार्च को हो रहा है। इस वजह से इन 8 दिनों तक कोई मांगलिक कार्य नहीं किए जाएंगे।

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