पश्चिम बंगाल के 8 संसदीय सीटों पर छठे चरण का मतदान हिंसा की घटनाओं के साथ शुरू हुआ है।
मतदान शुरू होने से पहले झाड़ग्राम संसदीय क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता की लोहे की रॉड और लाठी डंडे से पीटा गया है। इसका आरोप कांग्रेस पर लगा है।
इसके अलावा गोविंदपुर में मतदान केंद्र के अंदर घुसकर भारतीय जनता पार्टी के पोलिंग एजेंट को मारा-पीटा गया है और उसे जबरदस्ती बाहर निकाल दिया क्या है।
गढ़बेटा में भी भाजपा कार्यकर्ताओं को मारा-पीटा गया है।
इसके अलावा घाटाल संसदीय क्षेत्र के केशपुर में सुबह के समय ही हिंसा देखने को मिली है। यहां से भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार भारती घोष को सत्तारूढ़ तृणमूल के महिला कार्यकर्ताओं ने मारा है। उन्हें मतदान केंद्र के पास नहीं जाने दिया गया है। यहां तक कि भारतीय जनता पार्टी के पोलिंग एजेंट को भी अंदर नहीं घुसने दिया गया है।
भारती घोष ने मतदान शुरू होने के साथ ही चुनाव आयोग पर व्यवस्था करने में विफल होने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि उन्होंने चुनाव आयोग से कई बार शिकायत की थी कि घाटाल संसदीय क्षेत्र के केशपुर में रूट मार्च की जरूरत है लेकिन आयोग ने कुछ भी नहीं किया और आज सुबह से ही हिंसा शुरू हो गई है।
दो बार भारती घोष को धक्का दिया गया है। वह रोने लगी लेकिन भारतीय जनता पार्टी की पोलिंग एजेंट को मतदान केंद्र के अंदर बैठाने में सक्षम नहीं हो सकी हैं।
उल्लेखनीय है कि वह इसी जिले में एसपी रह चुकी है। महिलाएं साफ कर चुकी है कि भारतीय जनता पार्टी की है इसीलिए नहीं घुसने देंगे। भारती घोष ने बताया कि उनके संसदीय क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी के दो पोलिंग एजेंट को किडनैप कर लिया गया है।
अधिकतर मतदान केंद्रों में एजेंट को बैठने नहीं दिया गया है और पुलिस खड़ा होकर के तमाशा देख रही है।
