आज से मानसून सत्र की शुरुआत हो रही है। इससे पहले पीएम मोदी ने सदन पहुँच कर मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि ये कालखंड बहुत महत्वपूर्ण है। ये कालखंड आजादी के अमृत महोत्सव का कालखंड है इसमें 15 अगस्त का खास महत्व है।
पीएम ने कहा कि आने वाले 25 साल में जब देश शताब्दी वर्ष मनाएगा तो हमारी 25 साल की यात्रा कैसी रहे इसके संकल्प लेने का कालखंड है। इन संकल्पों के प्रति समर्पित होकर देश को दिशा देना, सदन देश का नेतृत्व करे, सदन देश के सभी सदस्य में नई ऊर्जा भरने में निम्मित बने उंस अर्थ में यह सत्र महत्वपूर्ण है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह सत्र इसलिए भी मत्वपूर्ण है क्योंकि इसी दैरान राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति चुनाव हो रहें है और दोनों ने लोगों का मार्गदर्शन भी प्राप्त होगा। हम हमेशा सदन को संवाद का माध्यम समझते हैं, सदन को तीर्थक्षेत्र समझते हैं जहां खुले मन से संवाद हो, जरूरत पड़े तो वाद विवाद हो और विश्लेषण हो ताकि नीति निर्णय से सकारात्मक योगदान हो।
