Rameswaram Cafe Blast मामले में एनआईए ने दो संदिग्ध आरोपियों को आज सुबह पश्चिम बंगाल से हिरासत में ले लिया। जिसके बाद आरोप प्रत्यारोप शुरू हो गया है।
Rameswaram Cafe Blast
भाजपा नेता अमित मालवीय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा – एनआईए ने Rameswaram Cafe Blast में दो मुख्य संदिग्धों, हमलावर मुसाविर हुसैन शाजिब और साथी अब्दुल मथीन अहमद ताहा को कोलकाता से हिरासत में लिया।
दोनों संभवतः कर्नाटक के शिवमोग्गा में आईएसआईएस सेल से संबंधित हैं। पश्चिम बंगाल, दुर्भाग्य से, ममता बनर्जी के नेतृत्व में, आतंकवादियों के लिए एक सुरक्षित पनाहगाह बन गया है।
सीएम ममता बनर्जी ने चुनावी सभा से इसका (Rameswaram Cafe Blast) जवाब देते हुए कहा कि कहा जा रहा है कि पश्चिम बंगाल सेफ नहीं है तो क्या आपकी दिल्ली सेफ है, राजस्थान सेफ है, गुजरात सेफ है?
ममता बनर्जी ने कहा, ”लोग बंगाल के निवासी नहीं हैं। बंगाल में छिपे हुए थे दो घंटे में पुलिस ने पकड़ लिया।
अमित मालविय का जवाब देते हुए पश्चिम बंगाल पुलिस ने लिखा कि झूठ अपने सबसे बुरे स्तर पर!
अमित मालवीय द्वारा किये गये दावों के विपरीत तथ्य यह है कि, पश्चिम बंगाल पुलिस और केंद्रीय खुफिया एजेंसियों के संयुक्त अभियान में पूर्व मेदिनीपुर से रामेश्वरम कैफे विस्फोट मामले में दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है।
आगे लिखा – इस मामले में पश्चिम बंगाल पुलिस की सक्रिय भूमिका को केंद्रीय एजेंसियों ने आधिकारिक तौर पर स्वीकार किया है। पश्चिम बंगाल कभी भी आतंकवादियों के लिए सुरक्षित पनाहगाह नहीं रहा है और राज्य पुलिस अपने लोगों को नापाक गतिविधियों से सुरक्षित रखने के लिए हमेशा सतर्क रहेगी।
तृणमूल नेता कुणाल घोष ने भी X पर लिखा – बहुत अच्छा पश्चिम बंगाल पुलिस। बेंगलुरु-कैफ़े विस्फोट के सिलसिले में गिरफ़्तारी।
यहां तक की NIA ने अपने बयानों में इसे स्वीकार किया है। किसी भी विरोधी ताकतों से सख्ती से निपटा जाना चाहिए।
लेकिन मुझे बीजेपी से पूछने दीजिए ये गिरफ़्तारियाँ कहाँ से की गई हैं? कांथी हम सभी जानते हैं कि कौन सा परिवार और भाजपा का मुख्य नेता कोंताई से अवैध गतिविधियां चलाता है।
मैं राज्य एजेंसियों से इस मामले की जांच करने का आग्रह करता हूं ताकि यह पता लगाया जा सके कि विरोधी ताकतों को आश्रय प्रदान करने में परिवार का क्या संबंध है!