Pitru Paksha 2024 – पितृ पक्ष या श्राद्ध पक्ष अपने पूर्वजों या पितरों को श्रद्धांजलि देने के लिए समर्पित है। यह 16 दिन तक चलता है जिसमें दिवंगत पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए तर्पण और पिंडदान किया जाता है।
ऐसी मान्यता है कि पितृपक्ष के महीने में श्राद्ध करने से पितरों को मोक्ष प्राप्त होता है। साथ ही पितृ दोष से भी मुक्ति मिलती है और घर में सुख-समृद्धि आती है। श्राद्ध कर्म पितरों की मृत्यु तिथि के अनुसार ही करना उचित माना जाता है।
Pitru Paksha 2024 – पितृपक्ष कब से –
ज्योतिष प्रभाकर डॉ राकेश व्यास ने बताया कि इस साल पितृ पक्ष भाद्रपद पूर्णिमा यानी 17 सितंबर 2024 को शुरू हो रहा है, जो 2 अक्टूबर यानि सर्व पितृ अमावस्या को समाप्त होगा।
Pitru Pakash 2024 – 17 सितम्बर 2024 मंगलवार को दिन में 11:44 पर पूर्णिमा का आगमन होगा इसलिए पूर्णिमा का श्राद्ध 11:44 के बाद होगा।
18 सितंबर बुधवार को प्रतिपदा का श्राद्ध 08.04 के बाद होगा। 19 सितंबर गुरुवार को द्वितीया का श्राद्ध होगा। 20 सितंबर शुक्रवार को तृतीया का श्राद्ध होगा।
21 सितंबर शनिवार को चतुर्थी का श्राद्ध होगा। 22 सितंबर रविवार को पंचमी, 23 सितम्बर सोमवार को 01.50 से पहले षष्ठी का श्राद्ध होगा।
24 सितंबर मंगलवार को दोपहर 12.37 से पहले सप्तमी का श्राद्ध होगा और इसी दिन अष्टमी का श्राद्ध दोपहर 12.37 के बाद होगा। 25 सितंबर बुधवार को नवमी का श्राद्ध दोपहर 12.08 के बाद होगा।
26 सितंबर गुरूवार को कोई भी श्राद्ध नही होगा, 27 सितंबर शुक्रवार को दशमी का श्राद्ध मध्यान्ह 01.20 से पहले होगा 28 सितंबर शनिवार को एकादशी का श्राद्ध होगा।
Pitru Pakash 2024 – 29 सितंबर रविवार को द्वादशी का श्राद्ध होगा 30 सितंबर सोमवार को त्रयोदशी का श्राद्ध होगा। 01 अक्टूबर मंगलवार को चतुर्दशी का श्राद्ध होगा (अकाल मृत्यु, एक्सीडेंट, अस्त्र शस्त्र से, जल में डूबने से, अग्नि में जलने से, आत्महत्या से जिनकी मृत्यु हुई है उनका भी श्राद्ध इसी दिन होगा)
2 अक्टूबर 2024 बुधवार को अमावस्या का श्राद्ध होगा। सर्व पितृ अमावस्या के दिन जिनकी मृत्यु की तिथि नहीं मालूम है उन सभी का श्राद्ध तर्पण, धर्म कर्म, दान पुण्य, नारायण बलि, पिंड प्रधान, एक पिंड श्राद्ध, त्रिपिंडी श्राद्ध कर्म आदि किया जा सकता है। 03 अक्टूबर गुरुवार को माता मह नाना नानी का श्राद्ध किया जायेगा।
