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लॉकडाउन – ममता सरकार ने दी चार घंटे मिठाई दुकानें खोलने की अनुमति

कोलकाता

कोलकाता। पश्चिम बंगाल सरकार ने लॉक डाउन में हल्की ढील देते हुए राज्य में मिठाई दुकानों को चार घंटे तक खोलने की मंजूरी दे दी है। सोमवार को राज्य सचिवालय नवान्न में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सभी जिलों के जिलाधिकारियों, पुलिस अधीक्षकों और स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक की़। इसके बाद उन्होंने घोषणा की है कि जितने दिनों तक लॉक डाउन चलेगा, दोपहर 12 से शाम चार बजे तक मिठाई दुकानें खुली रहेंगी।

साथ ही उन्होंने यह भी निर्देश दिया है कि जिन लोगों के पास पुराने राशन कार्ड हैं और नए कार्ड नहीं मिले हैं। उन्हें पुराने कार्ड से ही सरकार द्वारा घोषित राशन दिया जाएगा। कोरोना संक्रमित लोगों की बेहतर चिकित्सा पर जोर देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार कोविड-19 के मरीजों के इलाज हेतु राज्य के सभी 22 जिलों में एक-एक नोडल अस्पताल स्थापित करेगी।

स्वास्थ्य सेवा पेशेवरों, स्वच्छता कर्मियों और पुलिस कर्मियों समेत कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में सरकार की सहायता कर रहे लोगों को 10-10 लाख रुपये का बीमा कवर मुहैया कराये जाने की भी घोषणा की। इसके तहत चिकित्सक, नर्स, आया, एंबुलेंस ड्राइवर व अन्य शामिल होंगे।

इससे पहले सरकार ने स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में काम कर रहे लोगों के लिए पांच-पांच लाख रुपये के बीमा कवर को मंजूरी दी थी। उन्होंनेे स्पष्ट कहा कि स्वास्थ्यकर्मियों को बहिष्कार करने पर गिरफ्तारी होगी। सरकारी कर्मचारियों को आवेदन करने में एक माह का अग्रिम वेतन देने तथा रक्त की कमी को पूरा करने हेतु प्रत्येक जिले में पुलिस द्वारा रक्तदान शिविर आयोजन करने की घोषणा की।

पड़ोसी देशों के साथ सील की जाएगी राज्य की सीमा
पश्चिम बंगाल से सटी बांग्लादेश, नेपाल और भूटान सीमाओं को सील कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि कोलकाता के नेताजी इनडोर स्टेडियम में पुलिस की ओर से रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाएगा। जिलों में भी इसी तरह से पुलिसकर्मी रक्तदान करेंगे ताकि अस्पतालों में खून की कमी को पूरी की जा सके।

श्रमिकों के लिए शुरू होगा कम्युनिटी किचन मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि राज्य के कई हिस्सों में असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों रहते हैं। उनके लिए कम्युनिटी किचन की शुरुआत की जाएगी जहां उन्हें मुफ्त भोजन उपलब्ध कराया जाएगा। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि जिला अस्पतालों में कोरोना ट्रीटमेंट सेंटर, क्वारेंटाइन सेंटर या आइसोलेशन सेंटर न बनाये जायें। अन्य मरीजों के साथ कोरोना के मरीजों का संपर्क न हो, यह सुनिश्चित किये जाने पर उन्होंने जोर दिया। इस संबंध में उन्होंने पश्चिम मेदिनीपुर की डीएम रश्मि कमल और झाड़ग्राम की डीएम आएशा रानी के कार्य पर असंतुष्टि जाहिर करते हुए नये निर्देश दिये।

मुख्यमंत्री ने सुनिश्चित करने पर जोर दिया कि श्रमिकों के सामने भूखे मरने की नौबत न आये और उन्हें खाना मुहैया कराया जाये। मुख्य सचिव राजीव सिन्हा ने बताया कि जांच के लिए जरूरी टेस्ट किट भी जिलों में भेजे जा रहे हैं।

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